कान फिल्म फेस्टिवल के दौरान उस समय हंगामा मच गया जब एक महिला टापलेस होकर रेड कार्पेट पर पहुंच गई। इस महिला ने मीडिया के सामने चिल्लाते हुए अपना विरोध दर्ज किया। सुरक्षा गार्ड ने किसी तरह का हालात को संभालते हुए महिला को वहां से बाहर निकाला।
खबरों की मानें तो महिला ने यूक्रेन में शारीरिक हिंसा के विरोध में यह प्रदर्शन किया। चश्मदीदों के अनुसार उसने कैमरे के सामने सारे कपड़े उतार दिए, इस दौरान उसने अपनी बॉडी पर यूक्रेन के झंडे के रंग में पेंट किया था , साथ ही "बलात्कार करना बंद करो' लिखा हुआ था।
महिला की पीठ के निचले हिस्से और टांगों पर खून भी दिखाई दिया। उसकी पीठ पर 'एससीयूएम' लिखा हुआ था। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला प्रदर्शनकारी को कोट से ढंकते हुए ले जाया जा रहा है और वह तब भी जाेर- जोर से चिल्ला रही है।
Twitter पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा गया- लिखा रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेनी महिलाओं पर किए गए अत्यचार का पर्दाफाश। बताया जा रहा है कि यह घटना रेड कार्पेट पर जॉर्ज मिलर की 'थ्री थाउजेंड इयर्स ऑफ लॉन्गिंग' के प्रीमियर पर हुई, जिसमें इदरीस एल्बा और टिल्डा स्विंटन ने अभिनय किया था।
दरअसल रुस-यूक्रेन जंग के बीच बहुत सी महिलाएं यौन हिंसा का शिकार हो रही हैं। यूक्रेन की शरणार्थी महिलाओं और लड़कियों के साथ उन जगहों पर रेप किया जा रहा है जहां वो सुरक्षा की उम्मीद में पहुंची हैंऐसा अनुमान है कि 5 में से 1 शरणार्थी महिला और लड़कियां घर से अपनी यात्रा के दौरान, साथ ही शरणार्थी शिविरों और आश्रयों जैसी जगहों में यौन हिंसा का सामना कर रही हैं।