माता-पिता को धरती पर भगवान के जितना दर्ज दिया जाता है। पेरेंट्स ही अपने बच्चों को जीवन की सही शिक्षा देते हैं और उन्हें जीवन की सही राह पर चलने की सीख देते हैं। ऐसे में पेरेंट्स के फर्ज और उनके द्वारा किए गए संघर्षों को सलाम करने के लिए को पूरी दुनिया में हर साल 22 जुलाई को नेशनल पेरेंट्स डे मनाया जाता है। आज आपको इस मौके पर बताते हैं कि आप अपने बच्चों को भविष्य में मजबूत और कॉन्फिडेंट कैसे बना सकते हैं। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपके बच्चों को स्ट्रांग बनाएंगे....
सिखाएं सच बोलना
बच्चों को हमेशा सच बोलने की आदत डालें। उन्हें बताएं कि झूठ बोलने से उन्हें क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। इसके लिए आप खुद भी बच्चों के सामने बिल्कुल भी न झूठ बोलें। ऐसा करने से बच्चों को भी इसकी आदत डल सकती है। इससे बच्चे भी झूठ बोलने लगते हैं। अगर आप चाहते हैं कि बच्चे हमेशा आपसे सच बोलें तो आप खुद भी उनके सामने कभी झूठ न बोलें और न हीं उन्हें झूठ बोलने की आदत डालें।
गलती करने पर न डांटे
अगर आपके बच्चे कोई गलती करते हैं तो उन्हें डांटे नहीं क्योंकि हर कोई पेरेंट्स अपने बच्चे को एकदम परफेक्ट देखना चाहता है इसलिए पेरेंट्स के सामने गलती करने से बच्चे और भी ज्यादा डरने लगते हैं। परंतु अगर वह गलती नहीं करेंगे तो चीजों को सीखेंगे कैसे और समझेंगे कैसे। अगर आप चाहते हैं कि बच्चे जीवन में अच्छी सीख लें तो उन्हें गलती करने दें। उन्हें बताएं कि गलतियां करना एक तरह का लर्निंग प्रोसेस है और अगर बच्चों से गलती होती है तो उसमें कुछ शर्मिंदा होने वाली बात नहीं है। गलतियों से सीखकर ही बच्चे मेंटली स्ट्रान्ग बनेंगे।
बच्चे की सुनें बात
अगर आप बच्चों को मजबूत करना चाहती हैं तो उन्हें खुद को एक्सप्रेस करने का एक मौका जरुर दें। चाहे आप कितने ही व्यस्त क्यों न हों परंतु अपने बच्चों के लिए 5-10 मिनट जरुर निकालें ताकि बच्चे आपके सामने खुलकर बात कर सकें। अगर उनकी बात दिल में ही दबी रहेगी तो वह मानसिक रुप से मजबूत नहीं बन पाएंगे। इसलिए उन्हें खुद को एक्सप्रेस करना जरुर सिखाएं। इसके अलावा उन्हें सिखाएं कि वह अपनी भावनाओं को अच्छी तरह व्यक्त कर पाएं।
डर का सामना करना सिखाएं
बच्चों अपने जीवन में किसी न किसी चीज से जरुर डरते हैं ऐसे में वह उस चीज को फेस करने से भी डरते हैं। इसलिए अगर बच्चे किसी चीज से डरता है तो पहले आप उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं। इसके बाद उसे प्रोत्साहित करना सिखाएं। इस तरह जब एक बार बच्चा अपने डर का सामना करना सिख जाएगा तो उसे जीवन में किसी चीज को समझने में परेशान नहीं होगी। इसके अलावा वह कठिन से कठिन परेशानी भी आसानी से संभाल पाएगा।
दिमाग बनाएं मजबूत
फिजिकली फिट होने के साथ-साथ बच्चे का मेंटली फिट होना भी जरुर है। मेंटली स्ट्रांग बनाने के लिए आप उनके साथ कोई दिमागी गेम खेल सकते हैं। अगर फिर भी बच्चे किसी मेंटली प्रॉब्लम से गुजर रहे हैं तो उनकी हैल्थ के लिए एक बार डॉक्टर को जरुर दिखाएं। ऐसे बच्चे अपने अंदर सारे जज्बातों को अच्छे से शेयर कर पाते हैं और प्रोफेशन्ल हेल्प मिलने पर वह दिमागी तौर पर भी मजबूत बनते हैं।