एक्ट्रेस तापस पन्नू की पहली हिंदी फिल्म 2013 में आई थी, जिसका नाम था चश्मे बद्दूर। इस फिल्म के रिलीज होने के बाद अब 10 साल पूरे हुए हैं। उन्होंने इस दौरान पिंक, थप्पड़ और मुल्क जैसी जबरदस्त फिल्मों से लोगों को मनोरंजन किया। बॉलीवुड में कभी उनका कोई गॉ़डफादर नहीं था। आउटसाइडर होने के नाते अब उन्होंने बॉलीवुड में चलती गुट बाजी में बारे में खुलकर बात की है और साथ में ये भी बताया की क्यों उन्हें उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं है....
हाल ही में मीडिया से बातचीत करते हुए एकट्रेस ने बताया की हां, बॉलीवुड में हमेशा से गुटबाजी रही है। यह एक कलाकार के मित्र मंडली, एक निश्चित एजेंसी या समूह के आधार पर हो सकता है कि वे एक हैं। इसका एक हिस्सा और लोगों की वफादारी, इसके आधार पर अलग-अलग होती है। हर किसी को यह अधिकार होना चाहिए कि वह जिसके साथ काम करना चाहते हैं या अपनी फिल्मों को करना चाहते हैं तो वह कर सकते हैं। मैं उन्हें अपने करियर के बारे में सोचने के लिए दोष नहीं दे सकती।
बॉलीवुड में अपने संघर्षे के दिनों को याद करते होुए एक्ट्रेस कहती हैं कि मैं कभी भी इस दृष्टिकोण के साथ नहीं आई कि फिल्म इंडस्ट्री में सब कुछ सही होगा। मुझे हमेशा से पता था कि यह पक्षपातपूर्ण होने वाला है तो अब इसके बारे में क्यों शिकायत करें? मेरे लिए खेल का नियम यह है कि यह अनुचित ही होने जा रहा है। माहौल ज्यादातर समय आपके खिलाफ होगा और अगर उसके बाद भी आप अभी भी इस उद्योग का हिस्सा बनने का फैसला करते हैं तो यह आपकी पसंद है और आप इसके बारे में बाद में शिकायत नहीं कर सकते।
एक्ट्रेस आगे कहती है फिल्म इंडस्ट्री ही क्यों हर जगह ही पक्षपात है। वो कहती हैं, 'मैं शायद खेल के अलावा किसी पेशे के बारे में नहीं जानती, जहां ' पक्षपात ना होता हो। भले वहां कम से कम कुछ हद तक हो। परिणाम आपकी प्रतिभा तय करती है, यह आपके भाग्य पर निर्भर नहीं है'।
बता दें कि एक्ट्रेस की आने वाली फिल्म हैं राजकुमार हिरानी के निर्देशन वाली सामाजिक कॉमेडी फिल्म 'डंकी' । इसमें वो शाहरुख खान के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करेंगी।