सर्दी- जुकाम और खांसी जैसी बीमारियों को सब हल्के में लेते हैं, क्योंकि ये कुछ दिनों में खुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन अगर ये खांस लंबे समय तक ना जाए तो आपको सतर्क होने की जरूरत है। ये लंग्स कैंसर का लक्षण हो सकता है। ये खांसी समय के साथ और ज्यादा बेकार हालत कर सकती है। खांसी के अलावा, लंग्स के कैंसर के रोगियों को सीने में दर्द, घरघराहट, सांस लेने में तकलीफ, वजन कम होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आइए आपको बताते हैं लंग्स कैंसर के लक्षणों और कारण के बारे में विस्तार से...
लंग्स कैंसर के लक्षण
लंबे वक्त तक खांसी का रहना
छाती में दर्द
सांस लेने में कठिनाई
खाँसी में खून आना
हर समय बहुत थकान महसूस करना
बिना किसी कारण के वजन कम होना
भूख न लगना
आवाज का बैठना
सिर में दर्द
हड्डियों में दर्द रहना
लंग्स कैंसर के कारण
स्मोकिंग
जो लोग सिगरेट पीते हैं, उन्हें भी बहुत खांसी आती है और ये लंग्स कैंसर के भी प्रमुख कारणों में से एक है। स्मोकिंग से लंग्स के कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
सेकंडहैंड स्मोकिंग
भले ही आप स्मोकिंग नहीं करते हों, लेकिन अगर आप स्मोकिंग के संपर्क में आते हैं, तो भी लंग्स कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
रेडिएशन थैरेपी का इतिहास
यदि आपने किसी अन्य प्रकार के कैंसर के लिए छाती पर रेडिएशन थैरेपी ली है, तो आपको लंग्स का कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।
रेडॉन गैस के संपर्क में आना
मिट्टी, चट्टान और पानी में यूरेनियम के प्राकृतिक रूप से टूटने पर उत्पन्न हुआ रेडॉन आपके द्वारा सांस लेने वाली हवा का हिस्सा बन जाता है। रेडॉन का असुरक्षित स्तर घरों सहित किसी भी इमारत में जमा हो सकता है।
पारिवारिक इतिहास
जिन लोगों के घर में मां- बाप, भाई-बहन या परिवार के किसी अन्य सदस्य को लंग्स का कैंसर है, तो उनमें इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
नोट- लंग कैंसर के ज्यादा जोखिम वाले लोगों को हर साल सीटी स्कैन कराने की सलाह दी जाती है। ऊपर बताए कोई भी लक्षण दिखने पर एक्सपर्ट से संपर्क करें।