एक मां अगर चाहे तो वो क्या नहीं कर सकती। इसकी जीती-जाती मिसाल है ऐश्वर्या रवि जिसने अपनी बच्ची की स्किन एलर्जी का हल निकालने के लिए घर पर ही बेबी प्रोडक्ट्स बना दिए और आज उनका नाम एक सफल बिजनेसवुमन की लिस्ट में शुमार है। चलिए आज बताते हैं कि कैसे बेंगलुरू की रहने वाली ऐश्वर्या ने खोल डाला लाखों का बिजनेस....
29 वर्षीय ऐश्वर्या रवि साल 2015 में अपनी बेटी को लेकर काफी परेशान थी। जब ऐश्वर्या की बेटी को जब रैशेज होने लगे तो वह डॉक्टर के पास गई। यह पता चला कि उसके बच्चे को बाजार में बिकने वाले शिशु उत्पादों से एलर्जी थी। उन उत्पादों में एक ऐसा केमिकल था जो बच्ची की त्वचा पर चकत्ते पैदा कर रहा था। डॉक्टर ने उसे सलाह दी कि वह कुछ हफ्तों तक किसी भी तरह के प्रोडक्ट्स यूज ना करें और उसे सिर्फ स्पंज बाथ दें।
किसी समस्या को अवसर में बदलना...
ऐश्वर्या अपने बच्चे को लेकर काफी परेशान थीं। वह जानती थी कि आने वाले हफ्तों तक बच्चे को साबुन या शैम्पू के बिना साफ नहीं रख सकती। उसने इस चुनौती को स्वीकार करने और बच्चे के लिए बेहतर समाधान खोजने का फैसला किया। उन्होंने अपनी मां और दादी से संपर्क किया ताकि वे उन सदियों पुरानी प्रथाओं के बारे में जान सकें जो रासायनिक उत्पादों को वैकल्पिक कर सकती हैं।
मां और दादी से मिली मदद
अपनी मां और दादी के मार्गदर्शन से उन्होंने किचन में मौजूद कोल्ड-प्रेस्ड तेल, अंडे की सफेदी, बेसन का आटा आदि के साथ पाउडर बनाना शुरू किया। पहले उन्होंने अपनी त्वचा पर प्रोडक्टस टेस्ट किए जब उन्हें यकीन हो गया कि कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा तो उन्होंने उसे बच्ची पर यूज किया। जब बच्ची की स्किन पर कोई चकत्ते या एलर्जी नहीं हुई तो ऐश्वर्या बेहद खुश हुई।
ऐश्वर्या यहीं नहीं रुकीं...
उन्होंने दूसरी मांओं व शिशुओं के लिए भी वही रासायनिक मुक्त जैविक उत्पाद बनाने का फैसला किया। वह जो कर रही थी, उसके बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उसने शोध पत्र और ब्लॉग पढ़ना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने स्किनकेयर उत्पाद बनाने का कोर्स किया।
इसने सब कुछ पूरी तरह से बदल दिया
उन्होंने घरेलू चीजों से घर पर ही शैंपू, कंडीशनर, मॉइश्चराइजर बनाना शुरू किया और उन्हें दोस्तों व परिवार को बांटा , ताकि वह रिजल्ट जान सकें। समीक्षाएं अच्छी निकलीं और इसे उन्हें ज्यादा उत्पाद बनाने के लिए प्रेरित किया। अपनी सहेली, हरिणी सुकुमारन की मदद से ऐश्वर्या ने अपना फेसबुक पेज शुरू किया और उत्पादों का विज्ञापन देना शुरू किया।
बना डाला बेबी वॉश से लेकर शैंपू
आइडिया काम कर गया और 2018 तक उनका कस्टमर बेस अच्छा बन गया। पहले तो वे सिर्फ बार साबुन और लिक्विड सोप बेचती थी लेकिन धीरे-धीरे उत्पादों को बनाने और पैकेजिंग करने का काम देखने लगी। हरिणी ने मार्केटिंग और विज्ञापन का काम संभाला। उन्हें ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने लगी और बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिलने लगे। फिर उन्होंने 4 महिलाओं को काम पर रखा, जिन्होंने इस काम में उनकी मदद की।
रंग लाई मेहनत, खड़ी की Nature's Destiny नाम की कंपनी
यह जोड़ी अब 65 अलग-अलग उत्पाद बेचती है, जिसमें लिप बाम, बॉडी बटर, शैंपू, शैंपू बार, तेल आदि शामिल हैं। कुछ प्रोडक्ट्स खासतौर पर सिर्फ बच्चों के लिए बनाए जाते हैं। आज उनकी कंपनी Nature’s Destiny के प्रोडक्ट्स की बाजार में खूब मांग है और इसके जरिए एश्वर्या हर महीने लगभग 5 लाख रुपए कमा लेती है।