केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक बार फिर अपनी बेबाकी को लेकर चर्चाओं में आ गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर की गई टिप्पणी का विरोध करते हुए उन्होंने संसद में कांग्रेस की जमकर क्लास लगाई। केंद्रीय मंत्री ने कहा- देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने उनका अपमान किया।
ईरानी ने कहा कि इस देश का गौरव है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75 साल की आजादी में पहली बार किसी गरीब आदिवासी महिला को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया। राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनते ही मुर्मू कांग्रेस की घृणा का केंद्र बन गयीं। कांग्रेस के पुरुष नेताओं ने द्रौपदी मुर्मू को ‘कठपुतली’ कहा, द्रौपदी को ‘अमंगल का प्रतीक’ कहा। और कल सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर उनका अपमान किया।’’
ईरानी ने आरोप लगाया कि कांगेस पार्टी आदिवासी महिला का यह सम्मान पचा नहीं पा रही है, वह गरीब परिवार की बेटी का देश की राष्ट्रपति बनना पचा नहीं पा रही। उन्होंने दावा किया कि एक पत्रकार के टोकने पर भी चौधरी ने अपने शब्दों को वापस नहीं लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिला विरोधी, गरीब विरोधी और आदिवासी विरोधी पार्टी है जो अब देश की सेनाओं की सर्वोच्च कमांडर और सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठीं मुर्मू का भी अपमान करती है।
मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता के इस कृत्य को, आदिवासी विरासत के इस अपमान को.. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की स्वीकृति थी। ईरानी ने कहा कि राष्ट्रपति को इस तरह से अपमानित करना ‘मूल्यविहीन और संस्कारविहीन राजनीति’ का प्रतीक है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष देश, गरीबों से, महिलाओं से और आदिवासियों से माफी मांगें। उन्होंने कहा, ‘‘माफी मांगो, शर्म करो।’’