ज्यादातर महिलाओं शाम को घर का काम खत्म करने के बाद घर की देहलीज पर समय बिताना पसंद करती हैं। चाय पीने से लेकर स्वेटर बुनना और पड़ोस की महिलाओं के साथ बातें करने के लिए वो घर की दहलीज पर आकर बैठती हैं। लेकिन शयाद उनको इस बात का अंदाजा नहीं होता है कि अच्छी बात नहीं है। जी हां, वास्तु शास्त्र के नियमों के मुताबिक ये अशुभ है। एक्सपर्ट्स की मानें तो घर की देहलीज पर बैठने से ये सब हो सकता है...
घर के दहलीज पर खाना खाने से
घर की दहलीज पर बैठने, पैर रखना या खाना खाने से दरिद्रता को आमत्रण मिलता है। घर की दहलीज पर बैठकर खाना खाना बहुत ही अशुभ संकेत माना जाता है।
दहलीज को रखें साफ
घर के चौखट या दहलीज से ही घर में गंदगी जाती है, जिससे नकारात्मकता ऊर्जा घर में प्रवेश कर जाती है। ऐसे में घर की दहलीज को साफ रखें।
लकड़ी की चौखट
आजकल ज्यादातर लोग अपने घर में wooden का interior करवाते हैं, लेकिन दरवाजे की चौखट लकड़ी की न बनवाएं, लेकिन घर की रसोई या मेन गेट पर लकड़ी की चौखट जरूर बनवाएं।
दरवाजे पर क्या न टांगे
घर के मेन गेट पर घड़ी या कैलेंडर नहीं टांगने चाहिए। ऐसा करने से घर के अंदर रहने वाले सदस्यों की आयु पर बुरा असर हो सकता है।
घर के सामने नहीं हो गंदगी
इस बात का खास ध्यान रखें कि घर के आसपास कचरा इक्ट्ठा न होने दें। घर के द्वार से ही मां लक्ष्मी प्रवेश करती हैं। ऐसे में उसे साफ- सुथरा रखना बहुत जरूरी है।
न भेजें भूखे को खाली हाथ
कभी भी घर आए किसी भूखे व्यक्ति को बिना खाए नहीं जाने देना चाहिए। खास तौर से साधु- संतों का अपमान भूलकर भी न करें।
कभी भी किस्मत को न कोसें
सुख और दुख जिंदगी का हिस्सा है, इसलिए दोनों चीजों को स्वीकार करें। कभी भी अपनी किस्मत को कोसना नहीं चाहिए। इससे बिना बात विवाद के ही घर में बरकत होनी बंद हो जाती है।