हर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा अच्छी आदतें सिखे, अच्छे रास्ते पर चले और भविष्य में एक अच्छा इंसान बने लेकिन कुछ बच्चे बचपन से ही शैतान होते हैं जिसके कारण माता-पिता का गुस्सा उन पर निकल जाता है और वह गलती करने पर अक्सर अपने बच्चों पर हाथ उठा देते हैं। कुछ पेरेंट्स तो बच्चों को सुधारने के लिए उन पर हाथ उठा देते हैं, लेकिन बच्चों को थप्पड़ मारना सही नहीं है इससे उन पर गलत प्रभाव पर पड़ सकता है। चलिए आज आपको बताते हैं कि थप्पड़ मारने से बच्चों पर क्या असर पड़ता है। आइए जानते हैं...
आत्मविश्वास होगा कम
बच्चे को कुछ सिखाने के लिए उन्हें थप्पड़ मारना सही नहीं है। यदि आप भी उनके साथ बुरा व्यवहार करेंगे तो बाहर वाले भी बच्चे को ऐसे ही ट्रीट करेंगे। इसलिए उन्हें मारने की जगह प्यार से समझाने की कोशिश करें यदि फिर भी बच्चे नहीं समझते तो उन्हें डांटे लेकिन हाथ उठाने से उनके अंदर का आत्मविश्वास डगमगा सकता है।
डिप्रेशन में जा सकते हैं बच्चे
हार्वर्ड टीम के द्वारा किए गए शोध में यह बात साबित हो चुकी है कि यदि बच्चों के परिवार के लोग शारीरिक दंड का उपयोग करते हैं तो उनमें चिंता, अवसाद, व्यवहार से जुड़ी समस्याएं और अन्य मानसिक शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।
जिद्दी बनेंगे बच्चे
कुछ पेरेंट्स का मानना है कि बच्चों को थप्पड़ मारने से वह सुधर जाएंगे लेकिन यह सोच आपकी गलत हो सकती है इससे बच्चा और भी ज्यादा जिद्दी हो जाएगी। उस पर थप्पड़ या फिर डांट का कोई असर नहीं होगा। इसलिए उन पर हाथ उठाने से पहले समझें और समझाने का प्रयास करें।
बच्चे भी सीखेंगे गलत आदत
यदि आप बच्चे को कुछ डांटकर या फटकार कर कुछ सीखाने का प्रयास करेंगे तो वह खुद भी यही चीजें सिखेंगे। उनका दूसरों के प्रति व्यवहार भी गलत हो जाएगा। बच्चे भी अपने छोटे भाई-बहनों के साथ इसी तरह की लड़ाई और मारपीट करने लगेंगे।