छोटे बच्चों की त्वचा से अनचाहे बाल हटाने के लिए या फिर उनकी रंगत पर निखार लाने के लिए दादी- नानी मां के जमाने से उबटन पर भरोसा किया जा रहा है। लेकिन क्या वाकई इसका इस्तेमाल सही है? दरअसल, कई लोग इसे सुरक्षित मानते हैं क्योंकि उबटन बेसन या लोई से बना होता है। इसमें नेचुरल चीजों का इस्तेमाल होता है, लेकिन बात जब बच्चों के कोमल त्वचा की आती है तो एक्सपर्ट्स से राय लेनी बहुत जरूरी है। आइए आपको बताते हैं एक्सपर्ट्स की इस बारे में राय...
आपको बता दें कि भले ही उबटन नेचुरल चीजों से बना है पर इससे बच्चों को स्किन एलर्जी हो सकती है।
बच्चों के उबटन लगाने से हो सकते हैं ये नुकसान
छील सकती है बच्चे की त्वचा
घर पर तैयार उबटन में मौजूद हल्की दरदरी चीजों की वजह से शिशु की नाजुक त्वचा में irritation हो सकती है और वो छील सकती हैं।
इंफेक्शन का खतरा
बच्चे की त्वचा पर उबटन लगाने से उसकी त्वचा में इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इंफेक्शन होने पर त्वचा में लालिमा या सूजन नजर आने लगती है।
रैशेज की समस्या
कई बार लोग बच्चे की रंगत में निखार लाने के लिए उबटन लगाते हैं। लेकिन उबटन के कॉम्बिनेशन से रैशेज या लाल दाने की समस्या हो सकती है। वहीं उबटन सूखने के बाद रगड़कर निकालने से त्वचा ड्राई भी हो जाती है।
बाल हटाने के लिए न लगाएं उबटन
इंफेक्शन से बचने के लिए बच्चे की त्वचा पर जन्म के समय बाल होते हैं। ये 3-4 महीने में खुद से ही झड़कर खत्म हो जाते हैं। ऐसे में आपको इन बालों से छुटकारा पाने के लिए उबटन की जरूरत नहीं है। इससे बस बच्चे को असहज महसूस होगा और इंफेक्शन भी हो सकता है।
कच्चे दूध से करें बच्चे की त्वचा को साफ
बच्चों की त्वचा को साफ करने के लिए साबुन की जगह कच्चे दूध का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए रुई में दूध लें और बच्चे की त्वचा को साफ करें। इसके बाद साफ पानी से शरीर को स्पंज करके सुखाएं।