नारी डेस्क: अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो शुक्रवार को गाय की सेवा जरूर करें। शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष दिन माना गया है। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है, ऐसे में उनकी सेवा करने से धन, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद मिलता है। यह न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि मानसिक शांति और सामाजिक सुख-समृद्धि का भी साधन है।
शुक्रवार को गाय की सेवा का महत्व
गाय की सेवा से घर में सुख-शांति और सौभाग्य आता है। इसे वैवाहिक जीवन को मधुर बनाने और परिवार में समरसता बढ़ाने का उपाय भी माना गया है। हिंदू धर्म में गाय को पवित्र और कामधेनु कहा गया है। गाय की सेवा से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होती है। गाय के निकट रहने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। गाय का दूध, घी, और गोमूत्र आयुर्वेद में औषधीय रूप से लाभकारी माने गए हैं। शुक्रवार को गाय की सेवा से कुंडली के शुक्र ग्रह के दोष शांत होते हैं। इससे व्यक्ति के जीवन में सौंदर्य, प्रेम और भौतिक सुख बढ़ते हैं।
गाय की सेवा कैसे करें?
गाय को गुड़, चारा, रोटी या हरा घास खिलाना शुभ माना जाता है। गाय की माला, हल्दी, और कुमकुम से पूजा करें। गोशाला में दान देना, जैसे धन, चारा, या अन्य आवश्यक वस्तुएं, पुण्यकारी होता है। गाय के चरण स्पर्श करना और उसकी सेवा करना मानसिक शांति और आशीर्वाद देता है।
गाय की सेवा के लाभ
गाय की सेवा से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य की कमी नहीं होती, इसके साथ ही परिवार में सुख-शांति और प्रेम बढ़ता है। गाय की सेवा से सभी पाप कटते हैं और आत्मा को शुद्धि मिलती है। जिन दंपतियों को संतान सुख की इच्छा हो, उनके लिए यह सेवा अत्यंत फलदायी है। गाय के आसपास रहने से मानसिक तनाव कम होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। गाय की सेवा एक सरल और पवित्र कार्य है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में भी असीम लाभ पहुंचाती है।