आलू ना सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होते हैं बल्कि पौष्टिक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है। मगर, डायबिटीज मरीज अक्सर आलू खाने से परहेज करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे शुगर लेवल बढ़ सकता है। चलिए आज हम आपको यही बताते हैं कि डायबिटीज मरीज आलू खा सकते हैं या नहीं...
क्या डायबिटीज मरीजों को खाने चाहिए आलू?
डायबिटीज मरीज पौष्टिक व स्वादिष्ट आलू का सेवन कर सकते हैं लेकिन लिमिट व सही तरीके से। दरअसल, इनमें कार्ब्स होते हैं जिससे शुगर लेवल बढ़ सकता है। ऐसे में शुगर मरीजों को इसका सेवन करते समय थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।
क्यों शुगर लेवल बढ़ाते हैं आलू?
जब आप कुछ खाते हैं तो शरीर उस कार्ब्स को सिंपल कार्बोहाइड्रेट में बदल देता है। जिसे ग्लूकोज कहते हैं। जब ये ग्लूकोज खून में मिलता है तो शुगर लेवल बढ़ जाता है। नॉर्मल लोगों का शरीर इंसुलिन का सही तरह से इस्तेमाल कर शुगर को बढ़ने से रोकता है जबकि डायबिटीज मरीजों में ऐसा नहीं होता। इसलिए उन्हें अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है।
डायबिटीज मरीज ऐसे खाएं आलू
आलू में भरपूर स्टार्च होता है, जो एक तरह का कॉम्प्लेक्स कार्ब है। अगर आपको आलू खाने ही है तो उबले हुए या बेक्ड आलू खाएं, तले, चिप्स या फ्रेंच फ्राई नहीं। बिना नमक छिलके के साथ उबले हुए 2/3 कप (100 ग्राम) आलू में 87 कैलोरी, 77% पानी,1.9 ग्राम प्रोटीन, 20.1 ग्राम कार्ब्स, 0.9 ग्राम शुगर, 1.8 ग्राम फाइबर और 0.1 ग्राम फैट होता है।
आलू के ज्यादा हेल्दी शकरकंद
आलू की बजाए आप अपनी डाइट में शकरकंद भी शामिल कर सकते हैं, जो सर्दियों में खूब खाई जाती है। इसका स्वाद लगभग आलू की तरह होता है लेकिन इसमें पोषक तत्व आलू से ज्यादा होते हैं। यही नहीं, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी आलू के मुकाबले काफी कम होता है।
आलू खाने का सही तरीका
. हमेशा उबले, ग्रील्ड या थोड़े भूने हुए आलू खाएं। साथ ही इन्हें सेम, गाजर, मटर जैसी सब्जियों के साथ पकाकर खाएं। इससे इसकी न्यूट्रीशन वैल्यू बढ़ जाएगी और इससे शुगर लेवल भी नहीं बढ़ेगा।
. आलू को ज्यादा पकाने से ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ जाता है। ऐसे में इसे पकाने के बाद कुछ देर ठंडा होने के लिए छोड़ दें। इससे आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 25 से 28% कम हो सकता है।
. उबले आलू में नींबू या सिरके की कुछ बूंदे मिलाकर खाएं। इससे आलू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जाता है।
आलू की जगह कौन-से फूड खाएं?
आलू की बजाए आप अपनी डाइट में अन्य हैल्दी विकल्प व नॉन स्टार्च सब्जियां जैसे शकरकंद, ब्रोकोली, गाजर, शिमला मिर्च, पालक, साग, टमाटर, चुकंदर शामिल करें।