मध्यप्रदेश ने 12वीं बोर्ड के नतीजे घोषित कर दिए हैं। हर बार की तरह इस बार भी लड़कियों ने बाजी मारी है। उन्हीं में से श्योपुर के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली मधु ने 500 में से 485 अंक हासिल किए हैं। उसकी इस सफलता ने परिवार का नाम रोशन कर दिया है।
डाॅक्टर बनना चाहती है मधु
मधु के पिता कन्हैया लाल सड़क पर जूते बेचते हैं। मधु के परिवार में पांच भाई-बहन समेत कुल आठ सदस्य हैं। उसका पूरा परिवार एक बस्ती में दो कमरों के घर में रहता है और अपना जीवन गुजार रहा है। मधु कहती हैं कि वह हर रोज सुबह 4 बजे उठकर दिन में 8 से 10 घंटे तक पढ़ती थी। मधु बताती है कि वह डाॅक्टर बनना चाहती है। जिसके लिए अब वह नीट की तैयारी कर रही है।
गरीबी ना बन जाए बेटी के सपनों में बाधा
गरीबी के कारण मधु का स्कूल में पढ़ना काफी मुश्किल था। लेकिन उसके माता-पिता ने कड़ी मेहनत कर उसे पढ़ाया। वहीं मधु ने भी खूब मन लगाकर पढ़ाई की और अपने माता-पिता का नाम रोशन किया। वहीं मधु के पिता का कहना है कि वह चाहते है कि उनकी बेटी का सपना पूरा हो। लेकिन उन्हें इस बात का डर है कि कहीं गरीबी उनकी बेटी के सपनों में बाधा ना बन जाए।
सरकार से की गुजारिश
ऐसे में मधु ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए उसकी मदद की जाए। क्योंकि उसके पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जिस कारण उसे आगे की पढ़ाई जारी रखने में दिक्कत हो सकती है।