थ्रेडिंग फैशन और जरूरत दोनों में ही शामिल है। खूबसूरत चेहरे की चाह में आइब्रो की थ्रेडिंग करवाना आम बात है। आइब्रो का आकार आपके चेहरे को भी आकर्षण बना देता है। आईब्रो आपके चेहरे के आकर्षण को पूरी तरह से बदल देता है। आईब्रो का अच्छा शेप सुन्दरता में निखार लता है और लुक को बेहतर दिखाने में मदद करता है लेकिन कुछ महिलाओं की त्वचा काफी संवेदनशील होती है, जिसकी वजह से आईब्रो बनवाते समय ज्यादा दर्द होता है।आइब्रो को सही आकार देने के लिए थ्रेडिंग या ट्वीज़िंग का इस्तेमाल करना पड़ता है और ये दोनों प्रक्रियाएं दर्द से भरी होती है। आप भी उनमें से हैं जिन्हें ट्रेडिंग के बाद जलन और लालिमा का सामना करना पड़ता है तो आप कुछ घरेलू टिप्स की मदद से इससे राहत पा सकते हैं। इससे न तो कोई साइड इफ़ेक्ट होगा और नहीं कोई पैसे खर्च होंगे।
आइस क्यूब
थ्रेडिंग के बाद आइब्रो में दाने निकल आते हैं और जलन सूजन लालिमा और मुहांसे हो जाते हैं तो ऐसे में तुरंत बर्फ का टुकड़ा लगाकर आईब्रो पर मसाज करें। इससे जलन में काफी आराम मिलता है। त्वचा में अन्दर तक ठंडक पहुंचाने में बर्फ काफी मदद करती है । इस में कूलिंग और सूथिंग इफेक्ट होता है। आईब्रो के आस- पास बर्फ लगाने से स्किन पर थ्रेडिंग करते समय दर्द नहीं होता। दिन में दो बार आइस क्यूब से सिकाई करने के बाद आपको फर्क जल्दी नजर आने लगेगा।
एलोवेरा
अगर आपको आईब्रो बनवाने के बाद जलन, रेडनेस और मुंहासों की समस्या परेशान करती हैं तो थ्रेडिंग के बाद थोड़ा सा एलोवेरा जेल लेकर उसे आस-पास की त्वचा पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें। यह त्वचा को डीप नरिश भी करता है और कील , मुंहासों को कम करने में मदद करता है। इसके लिए एलोवेरा के ताजे पत्ते लें और उसे आईब्रो पर लगाएं। इससे जलन, सूजन और दर्द की समस्या गायब हो जाएगी। एलोवेरा में कूलिंग इफेक्ट होता है और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होता है जो जलन और लालिमा को कम करने में मदद करता है और इंफेक्शन से भी बचाता है।
खीरा
आसान उपाय है कि आप जलन वाली स्किन पर कुछ मिनट के लिए खीरे की स्लाइस रख लें। इससे स्किन को ठंडक का एहसास होगा और जलन दूर हो जाएगी। खीरे में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आइब्रो के आसपास के हिस्से में होने वाली जलन और सूजन को काम करता है। आप खीरे को बारीक पीस कर फेस पैक की तरह 15 मिनट तक लगाएं। इससे काफी राहत मिलेगी। आप चाहें तो खीरे को निचोड़ कर इसके पानी को रुई की मदद से आइब्रो के आस पास लगाएं और इससे आपकी स्किन की जलन कम हो जाएगी।
ठंडा दूध
आप थ्रेडिंग वाली जगह पर ठंडा दूध भी लगा सकती है। इससे लालिमा और सूजन को दूर करने में मदद मिलता है। दूध के इस्तेमाल से त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद मिलती है जिससे त्वचा का रूखापन दूर हो जाता है । इसके लिए सबसे पहले कॉटन बॉल यनी रुई के फाहे को दूध में डिप कर दें और उसे हल्का निचोड़ ले। इसके बाद आइब्रो पर अप्लाई करें। दूध में प्रोटीन होता है जो थ्रेडिंग से होने वाली जलनए रेडनेस और सूजन को कम करने में मदद करता है।
टोनर
थ्रेडिंग वाली जगह पर आप टोनर का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। टोनर त्वचा को ठंडक दिलाने का काम करता है जिससे प्रभावित हिस्से की जलन कम होती है क्योंकि टोनर में कूलिंग इफेक्ट होता है। टोनर त्वचा के पोर्स को बंद करता है जो आपके थ्रेडिंग के बाद खुल जाते हैं।टोनर त्वचा की सूजन और रेडनेस को कम करने में मदद करता है।
टी बैग
इस्तेमाल हो चुके टी बैग्स भी थ्रेडिंग के बाद सूजन की समस्या को दूर करने के लिए काफी मददगार साबित हो सकते हैं। टी बैग को भिगोकर कुछ देर के लिए रेफ्रिजरेटर में रख दें और जब ये ठंडे हो जाएं तो फिर आइब्रो पर इसे अप्लाई करें तो जलन की समस्या में आराम मिलेगा और त्वचा को ठंडक महसूस होगी। चाय में मौजूद टैनिक ऐसिड और थिओब्रोमाइन दर्द और लालिमा से निजात दिलाते हैं और छिली हुई त्वचा को ठीक करते हैं।
नोट- लेखिका अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ है और हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय है।