नारी डेस्क : अक्टूबर का महीना शुरू होते ही मौसम में हल्की ठंडक घुलने लगती है। यही सर्द हवाएं हड्डियों में खिंचाव और दर्द का कारण भी बन जाती हैं। कई लोगों को सुबह उठते ही शरीर के अलग-अलग हिस्सों खासकर घुटनों, कंधों और पीठ में दर्द महसूस होने लगता है। यह परेशानी उन लोगों में ज्यादा देखी जाती है जिन्हें पहले से गठिया (Arthritis) या ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) जैसी हड्डियों की बीमारियां हैं। ऐसे में सुबह उठते ही कुछ आदतें अपनाकर आप इन समस्याओं से काफी हद तक बच सकते हैं।
बिस्तर से उठने से पहले करें हल्की स्ट्रेचिंग
सर्दियों में ब्लड सर्कुलेशन धीमा रहता है, जिससे शरीर अकड़ा हुआ महसूस होता है। ऐसे में बिस्तर से उठने से पहले हल्की स्ट्रेचिंग करने से शरीर को धीरे-धीरे “वार्म-अप” मिल जाता है। आप बिस्तर पर ही रहकर टखनों, घुटनों, कलाईयों और कूल्हों को धीरे-धीरे मोड़ें और सीधा करें। इससे जोड़ों में जमी जकड़न कम होगी और दिन की शुरुआत में हड्डियों को लचीलापन मिलेगा।

एक्सरसाइज से पहले करें वार्म-अप
ठंड के मौसम में आलस्य बढ़ जाता है, जिससे शरीर कम गतिशील हो जाता है। ऐसे में हर सुबह कुछ मिनट की हल्की कसरत (Exercise) बेहद फायदेमंद होती है। एक्सरसाइज शुरू करने से पहले वार्म-अप करना जरूरी है ताकि शरीर की मांसपेशियां लचीली हों और चोट की संभावना कम हो। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हड्डियों में गर्माहट बढ़ती है, जिससे दर्द और अकड़न से राहत मिलती है।
सुबह गर्म पानी से स्नान करें
सर्दियों में ठंडा पानी हड्डियों और मांसपेशियों की अकड़न बढ़ा सकता है। इसलिए सुबह गुनगुने पानी से स्नान (Warm Bath) करना सबसे अच्छा उपाय है। यह न केवल ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है, बल्कि सूजन और दर्द को भी कम करता है। गर्म पानी शरीर की तंग मांसपेशियों को आराम देता है और आपको दिनभर के लिए ऊर्जावान बनाता है।

हड्डियों को मजबूत बनाने वाली लें डाइट
सर्दियों में हड्डियों की सेहत बनाए रखने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। अपनी डाइट में शामिल करें। हल्दी और सौंठ, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं। विटामिन D, जो हड्डियों के लिए जरूरी है (सूरज की हल्की धूप लें)। ओमेगा-3 फैटी एसिड, जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है (मछली, अखरोट, अलसी के बीज)। साथ ही, हड्डियों को कैल्शियम देने वाले दूध, दही, तिल और पनीर का सेवन भी करें।
डिहाइड्रेशन से बचें
सर्दियों में प्यास कम लगती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि शरीर को पानी की जरूरत नहीं होती। पानी की कमी से शरीर डिहाइड्रेट हो सकता है, जिससे जोड़ों की चिकनाई (lubrication) कम हो जाती है और दर्द बढ़ सकता है। इसलिए ठंड में भी गुनगुना पानी या सूप पीते रहें ताकि शरीर में नमी बनी रहे और हड्डियां स्वस्थ रहें।

सर्दियों की शुरुआत के साथ हड्डियों से जुड़ी पुरानी तकलीफें बढ़ना आम बात है, लेकिन कुछ छोटी आदतें अपनाकर आप इस दर्द को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। सुबह स्ट्रेचिंग करें, हल्का वार्म-अप करें, गर्म पानी से नहाएं और पौष्टिक डाइट लें। याद रखें सर्दी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है शरीर को गतिशील, गर्म और पोषित रखना।