वजन घटाने हो तो लोग अपनी डाइट में से सबसे पहले कार्बोहाइड्रेट फूड्स को आउट कर देते हैं। कार्बोहाइड्रेट एक तरह का एसेंशियन माइक्रोन्यूट्रिएंट, जिसे पूरी तरह स्किप करना सेहत पर भारी पड़ सकता है। बात भारतीय डाइट की करें तो लोग चावल खाना पसंद करते हैं लेकिन वेट लूज के लिए चावल छोड़ रोटी खाने लगते हैं। बता दें कि रोटी और चावल दोनों की कार्बोहाइड्रेट के सबसे बड़े स्रोत हैं। ऐसे में आज हम आपको यही बताएंगे कि वजन घटाने के लिए क्या खाना बेहतर है और कैसे।
चावल खाएं या रोटी, क्या है बेहतर
एक्सपर्ट की मानें तो आप दोनों की बैलेंस मात्रा ले सकते हैं लेकिन रात के समय रोटी खाना फायदेमंद होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें फाइबर होता है, जिससे वो जल्दी पच जाती है। अगर आप चावल खाना चाहते हैं तो उसे लंच में शामिल करें। वहीं, चावल को सब्जी, दाल आदि के साथ खाएं।
कितनी खानी चाहिए रोटी व चावल?
लंच में 2 रोटी और 1/2 कटोरी चावल के साथ सब्जियां और सलाद जरूर खाएं। रात को चावल की बजाए 2 रोटी खाएं। आप चिला बनाकर भी खा सकते हैं। तेल, घी की रोटी और परांठा से परहेज करें।
वेट लॉस के लिए कितना लेना चाहिए कार्ब्स?
हर व्यक्ति को रोजाना 45 से 65% कार्ब्स चाहिए होता है। 2000-कैलोरी डाइट प्लान फॉलो कर रहे हैं तो 225 से 325 ग्राम कार्ब्स लें। अगर वजन जल्दी कम करना है तो कम से कम 50 से 150 ग्राम कार्ब्स लेना जरूरी है।
एक दिन में कितनी रोटी खानी चाहिए?
6 इंच की एक छोटी रोटी में करीब 71 कैलोरी होती है। लंच टाइम में 300 कैलोरी ले रहे हैं तो 2 रोटी खाएं। इससे आपके शरीर को 140 कैलोरी मिलेगी। वहीं, पूरे दिन की बात करें तो वेट लूज के लिए आप 4 रोटी खा सकते हैं। हालांकि यह आपके कैलोरी इनटेक पर निर्भर करता है।
रोटी के हैल्दी विकल्प
वजन घटाना चाहते हैं तो गेंहू की बजाए बाजरे, ज्वार, मक्का, जौ या मल्टीग्रेन आटे की रोटी खाएं। इनमें कम कार्बोहाइड्रेट और फाइबर, मिनिरल्स, प्रोटीन, विटामिन्स भरपूर होते हैं, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं और आप ओवरइटिंग नहीं करते। साथ ही इससे ब्लड शुगर लेवल भी सही रहता है।
ऐसे बनाएं चावल को हेल्दी
कुकर की बजाए पतीले में चावल बनाने से इसकी न्यूट्रिशियस वैल्यू बढ़ जाती है। साथ ही चावल को सब्जी, दाल के साथ खाएं। इसके अलावा हमेशा अनपॉलिश्ड, ब्राउन या रेड राइस चुनें क्योंकि यह सफेद चावल से ज्यादा हैल्दी होते हैं।
ध्यान रखें कि वजन घटाने के लिए 60% एक्सरसाइज और 40% हिस्सा डाइट का होता है इसलिए खान-पान के साथ एक्सरसाइज भी करें और स्लीपिंग पैटर्न को सुधारें।