दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस काफी बुरे दौर से गुजर रही है। इंफोसिस के शेयर में लगभग 10% से अधिक की गिरावट देखी गई थी, जिसके चलते ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को भी अपनी पत्नी के व्यावसायिक हित को लेकर संसदीय जांच का सामना करना पड़ रह है।
विवादों में चल रहे हैं सुनक
खबरों के अनुसार जांच ब्रिटिश भारतीय नेता की पत्नी की कोरू किड्स लिमिटेड में हिस्से से संबंधित है। इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के कंपनी हाउस रजिस्टर में कोरू किड्स में शेयरधारक के रूप में सूचीबद्ध हैं। संसदीय जांच तय करेगी कि क्या नियम-कानून का कोई उल्लंघन हुआ है, जिसे बाद में मानकों से संबंधित समिति के सांसदों के समक्ष रखा जा सकता है।
इंफोसिस के शेयर में आई गिरावट
बता दें कि अक्षता को इंफोसिस में 0.95 प्रतिशत का शेयर है। इसी कारण इंफोसिस के शेयर में गिरावट का असर अक्षता होल्डिंग वैल्यू पर भी पड़ा। उन्हें एक दिन में 61 मिलियन डॉलर (करीब 500 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। असल में इंफोसिस के शेयर में आई 9.4 फीसदी की गिरावट 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट रही है।
2020 के बाद इंफोसिस को हुआ इतना नुकसान
इंफोसिस ने वित्त वर्ष 2023 के लिए शेयरहोल्डर्स को प्रति शेयर 17.50 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने का ऐलान किया था, जिससे अक्षता को 68 करोड़ रुपये से अधिक का डिविडेंड मिलेगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार अक्षता की संपत्ति को हुआ ये नुकसान सुनक परिवार की कुल संपत्ति का एक हिस्सा है, पर अक्षता की हिस्सेदारी अभी भी 457 करोड़ रु से अधिक की है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पर लगे कई आरोप
दूसरी तरह ये दावा किया जा रहा है कि मूर्ति की संपत्ति और दूसरे हित उनके पति के राजनीतिक करियर का हिस्सा रहे हैं। पिछले साल ऐसी भी रिपोर्ट्स आई थीं कि मूर्ति अपनी विदेशी कमाई पर ब्रिटेन में टैक्स नहीं दे रही हैं। जिसके बाद अक्षता मूर्ति ने साफ किया था कि उनकी कमाई पूरी तरह से लीगल है और वो उसपर ब्रिटिश टैक्स दे रही है।