गर्मियों के मौसम में पसीने की वजह से शरीर से बदबू आने लगती है। जिससे बचने के लिए लोग परफ्यूम या डियो का इस्तेमाल करते हैं। मार्कीट में महिलाओं और पुरूषों के लिए अलग-अलग परफ्यूम मिलते हैं। जो शरीर की दुर्गंध को तो कम करते ही हैं साथ ही सेहत को नुकसान भी पहुंचाते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक परफ्यूम में ऐसे कई रसायन मौजूद होते हैं जो कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि परफ्यूम हमारे स्वास्थय के लिए खतरनाक क्यों है?
कई रसायनों का होता है इस्तेमाल
विशेषज्ञों के मुताबिक कंपनियां परफ्यूम में कई तरह के रसायनों का इस्तेमाल करती है जिससे खूशबू तो लंबे समय तक रहती है लेकिन इसके संपर्क में आने से कई बीमारियां भी घेर लेती हैं। इनमें ऐसे सिंथेटिकों को मिलाया जाता है जो त्वचा के लिए हानिकारक होता है।
परफ्यूम से होने वाली समस्या
विशेषज्ञों के मुताबिक परफ्यूम में फ्थेलेट्स, मस्क कीटोन और फॉर्मलडिहाइड जैसे रसायनों का इस्तेमाल होता है। कई देशों में तो फ्थेलेट्स के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई जा चुकी है। इससे मस्तिष्क के विकास संबंधी दिक्कतों और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी बीमारियां का खचरा बना रहता है। वहीं मस्क कीटोन ऊतकों और ब्रेस्ट मिल्क में मिलने की वजह से नवजात को कई बीमारियां हो सकती हैं।
महिलाओं को खतरा ज्यादा
ब्रेस्ट कैंसर प्रीवेंशन पार्टनर्स (बीसीपीपी) के पॉलीसी डायरेक्टर जेनेट न्यूडेलमैन के मुताबिक लोगों को इस तरह के प्रोडक्ट के प्रति जागरूक किया जाता है लेकिन देखने में आया है कि महिलाओं को इस तरह के प्रोडक्टस के साइड इफेक्ट्स का खतरा ज्यादा झेलना पड़ता है क्योंकि महिलाएं कई तरह के काॅस्मेटिक प्रोडक्टस का इस्तेमाल करती हैं।