बच्चों के स्वास्थ्य का यदि ध्यान न रखा जाए तो वह बीमार हो जाते हैं। बच्चे हो या बड़े सभी के स्वस्थ शरीर के लिए नींद पूरी होना जरुरी है। ऐसे में यदि आपका बच्चा भी अच्छे से नहीं सोना या बिना नींद पूरे किए उठ जाते हैं तो इसका खराब असर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। कई पेरेंट्स इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका बच्चा रात में अच्छी तरह से नहीं सोता और चिड़चिड़ा हो जाता है। ऐसे में आपकी यह परेशानी दूर करते हुए आज आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिनके जरिए आप बच्चे की स्लीपिंग क्वालिटी सुधार सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे.....
अच्छे बिस्तर का करें चुनाव
बच्चे हो या फिर बड़े सभी को सोने के लिए एक कंफर्टेबल बिस्तर की जरुरत होती है ऐसे में यदि आप अपने बच्चे के लिए सही बिस्तर का चुनाव करें जिस पर उसे बेहतर नींद आई। कई बार माता-पिता बच्चे के लिए बेहद मुलायम और गद्दे में स्प्रिंग वाले बिस्तर बनाव लेते हैं जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित नहीं होते।
बच्चों को डालें योग की आदत
रोज सुबह उठने के बाद आप बच्चों को एक्सरसाइज और योग करने की आदत डालें। इसके अलावा उन्हें सुबह की रोशनी में पार्क लेकर जाएं और वहां पर उनके साथ समय बिताएं। ऐसा करने से बच्चे चिड़चिड़े नहीं होंगे और उन्हें नींद भी अच्छी आएगी।
एक समय रखें
बच्चे के सोने और जागने का एक समय रखें। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपका बच्चा तय समय पर रोजाना सोए और जागे। यदि आपके बच्चे के सोने और जागने का समय फिक्स हो जाएगा तो इससे उसकी बॉडी भी क्लॉक के हिसाब से काम करेगी। इस तरीके से बच्चों को रोज नींद भी अच्छी आएगी।
स्मार्टफोन, टैबलेट से रखें दूर
बच्चों को रात के समय आप स्मार्टफोन, टैबलेट और टीवी से भी दूर ही रखें। इनका ज्यादा इस्तेमाल करनेसे भी बच्चों को रात में अच्छी नींद नहीं आती। ऐसे में बच्चों को आप किताब पढ़कर सोने की डालें। आप चाहें तो खुद ही किताब पढ़कर बच्चों को सुना सकते हैं। इससे उनकी नींद इंप्रूव होगी।
इस बात का भी रखें ध्यान
जब भी बच्चा सोने के लिए जाए तो किसी भी तरह का शोर न करें। शोर होने से भी बच्चे का मन बाकी कामों में लगेगा और उसे नींद अच्छी नहीं आएगी। यदि आप चाहते हैं बच्चों को सुकून भरी नींद आए तो रात के समय कमरे में कम रोशनी रखें।