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न्यूली पेरेंट्स के काम आएंगे ये टिप्स, नवजात को संभालना होगा आसान

  • Edited By neetu,
  • Updated: 11 Feb, 2021 03:19 PM
न्यूली पेरेंट्स के काम आएंगे ये टिप्स, नवजात को संभालना होगा आसान

पहली बार पेरेंट्स बनना बेहद ही खुशी भरा पल होता है। मगर छोटे बच्चे को संभालने के लिए पेरेंट्स को कई जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती है। असल में, पहला बच्चा होने पर पेरेंट्स बहुत सी बातों से अनजान होते हैं। ऐसे में शिशु की देखभाल में कई बार गलतियां भी कर बैठते हैं। ऐसे में अगर आप भी फर्स्ट बेबी के मां-बाप बने हैं या बनने जा रहे हैं तो चलिए आज हम आपको कुछ खास टिप्स देते हैं। इनकी मदद से आप बच्चे को अच्छे से संभालने के साथ गलतियां करने से बच सकते हैं। 

डरे नहीं

अक्सर पेरेंट्स शिशु को पकड़ने व उसके रोने या उल्टी करने में डर जाते हैं। मगर इस दौरान डरने या घबराने की जगह घर के किसी बड़े-बुजुर्ग की सलाह लें। आमतौर पर भूख लगने या पेट में दर्द होने पर शिशु रोता है। साथ ही सही तरीके से दूध ना पीने से शिशु को वह ठीक से नहीं पचता है। ऐसे में वह उल्टी करके बाकी के दूध को बाहर निकाल देता है। इसतरह किसी भी परिस्थिति में चिंता करने की जगह आप अपनी सासु मां या मां से सलाह करें। 

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​शिशु के रोने का कारण समझें

पेरेंट्स इस बात की कोशिश में रहते हैं कि उनका बच्चा हमेशा खुश रहे। ऐसे में वे उसके रोने पर डर जाते हैं। मगर असल में, पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि छोटे बच्चे रोकर ही अपनी बात दूसरों को समझाते हैं। ऐसे में उसके रोने का मतलब समझने की कोशिश करें। बच्चे के रोने की खास वजह भूख लगना, पेट में दर्द, गीला डायपर व स्किन रैशेज होते हैं। 

​रात को देरी तक जागेगा शिशु

बच्चे के पैदा होने के कुछ महीनों तक वे दिन में अधिक सोता है। साथ ही रात को जागता है। ऐसे में आपको भी रातभर जागना पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि आप डिलीवरी से पहले ही खूब नींद ले लें। साथ ही खुद में इस तरह के बदलाव लाने के लिए पहले से ही तैयार रहें। इसके साथ ही नवजात को हर 1-2 घंटे में भूख लगती है। ऐसे में वह रात को दूध पीने के लिए रोता है। इसके लिए खुद को मानसिक तौर पर मजबूत रखें। 

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गलत सलाह लेने से बचें

पहली बार बने पेरेंट्स को खासतौर पर हर कोई उसे संभालने की सलाह देते रहते हैं। ऐसे में जरूरी नहीं है कि सामने वाले की सलाह सही है। इसलिए इधर-उधर की बातों को सुनने की जगह कोई परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें। 

​पार्टनर को ना करें अनदेखा

अक्सर शिशु की केयर करने में ही मां का समय बीतता है। ऐसे में महिलाएं अपने पार्टनर को टाइम नहीं दे पाती है। इसके लिए जरूरी है कि अपनी नई जिम्मेदारियों को समझते हुए पुराने रिश्ते को भी बखूबी निभाएं। इसके लिए जरूरी है कि दिन में करीब 1 घंटा निकाल कर पार्टनर के साथ टाइम स्पेंड करें। इससे आपके बीच का प्यार बना रहेगा। साथ ही आप पार्टनर के साथ रिलैक्स व खुशी का अहसास करेंगे। 

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