Fashion Blogger मासूम मीनावाला का मानना है कि डिजिटल युग लोगों को खुद का एक ब्रांड बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। उनका मानना है कि जब सोशल मीडिया की बात आती है तो कोई भी सपना छोटा या बड़ा नहीं हाेता। डिजिटल युग लोगों को अपने सपने पूरे करने में मदद करता है, यहां आप खुद के मालिक हैं। मासूम मीनावाला मेहता उन भारतीय प्रभावशाली लोगों में से एक रही हैं जिन्होंने वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई है।
मौज मस्ती के लिए शुरु की थी ब्लॉगिंग
मौज मस्ती और शौक के लिए ब्लॉगिंग शुरु करने वाली मासूम ने आज दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। उन्होंने करीब दस साल पहले एक कंटेंट क्रिएटर के तौर पर अपने सफर की शुरुआत की थी और इसके बाद कभी मूड़कर नहीं देखा। बहुत कम उम्र में फैशन ब्लॉगर से एक कामयाब फैशन पोर्टल की सीईओ का सफर तय करने वाली मासूम स्कूल के दिनों में स्टाइल और फैशन को लेकर बिलकुल अनजान थीं। मेकअप और कपड़ों पर चर्चा करने वाली आम लड़कियों से अलग मासूम को इसमें जरा भी दिलचस्पी नहीं थी।
अपने दिलचस्प सफर को लेकर मीनावाला ने की बात
हाल ही के इंटरव्यू में मीनावाला ने अपने इस दिलचस्प सफर को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि- हॉबी के तौर पर शुरू किए गए उनके ब्लॉग को कुछ ही समय में अच्छा फीडबैक मिलना शुरु हो गया था। उस समय मुझे अंदाजा नहीं था कि लोग मेरे काम और स्टाइल को इतना पसंद करेंगे। उन्होंने बताया कि- जब इंस्टाग्राम आया तो वह उनकी ताकतवर पहचान बन गया।
Cannes के रेड कार्पेट पर मिनावाला ने की थी शिरकत
Fashion Blogger ने बताया- 'इंस्टाग्राम एक ऐसा मंच बन गया जहां हम एक ही समय में निर्माण और प्रचार कर सकते थे। मेरा ध्यान हमेशा उस संदेश पर रहा है जो मैं दुनिया के सामने रखना चाहती हूं। मैंनें भारतीय फैशन को दुनिया के सामने ले जाने की कोशिश की जो सफल भी हुई'। याद हो कि दुनिया का सबसे फेमस 74वें फिल्म फेस्टिवल्स Cannes के रेड कार्पेट पर फैशन ब्लॉगर मासूम मिनावाला ने भी शिरकत की थी।
भारतीय पहनावे को किया था प्रमोट
मिनावाला मेहता ने कान्स फेस्टिवल के दौरान भारतीय पहनावे और इंडियन डिजाइनर को प्रमोट किया था। इस दौरान वह मशहूर डिजाइन मनीश मल्होत्रा की व्हाइट शिमरी साड़ी में नजर आईं थी। उन्होंने उस दौरान कहा था- आप एक लड़की को भारत से बाहर ले जा सकते हैं लेकिन उस लड़की से भारत नहीं निकाल सकते। किसी भी महत्वपूर्ण काम के लिए दही शक्कर। नजर से बचने के लिए काला टीका। हमेशा घर से खाना ले जाना जैसे थेपला, चकली, सैंडविच। उड़ान से पहले प्रार्थना करना।'
मैं भारत को सबसे आगे लाना चाहता हूं: मिनावाला
मिनावाला ने अपने इंटरव्यू में कहा- हस्तशिल्प, कारीगरों के मामले में भारत में जिस तरह की प्रतिभा है, वह अविश्वसनीय है। लेकिन हमारे पास इसे वैश्विक मंच पर ले जाने के लिए सही मंच नहीं है। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम इसमें सबसे आगे हों। भारत पर्दे के पीछे वैश्विक फैशन उद्योग के लिए बहुत काम कर रहा है। मैं भारत को सबसे आगे लाना चाहता हूं। यही मेरा मिशन है।
2012 में शुरु किया था फैशन पोर्टल
बता दें कि मासूम ने दिसंबर 2012 में अपने पिता की आर्थिक मदद के साथ अपना फैशन पोर्टल स्टाइल फ़ीएस्टा लॉन्च किया था। अपने ब्लॉग के जरिए उन्होंने अपनी वेबसाइट का प्रचार शुरू किया और अपने रीडर्स को ही अपना कस्टमर बनाया। दो साल बाद वर्ष 2014 में फीएस्टा का रेवेन्यू करीब 1.5 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर चुका था। आज के समय में मासूम युवाओं के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं।