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'मेरी मां को सोशल वर्कर से सेक्स वर्कर बना दिया...' कोर्ट तक पहुंचा परिवार बोला- 'हमें बदनाम कर रहे'

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 17 Feb, 2022 02:02 PM
'मेरी मां को सोशल वर्कर से सेक्स वर्कर बना दिया...' कोर्ट तक पहुंचा परिवार बोला- 'हमें बदनाम कर रहे'

बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट इन दिनों अपनी फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए चर्चा में बनी हुई हैं। लोगों को फिल्म का ट्रेलर भी खूब पसंद आया है और फैंस इस फिल्म के रिलीज होने का भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले ही विवादों में आ गई हैं और ये विवाद किसी और ने नहीं बल्कि गंगूबाई के परिवार ने ही शुरू किया है। दरअसल, गंगूबाई के परिवार को फिल्म का कॉन्सेप्ट ही समझ नहीं आया और इस फिल्म को लेकर उन्होंने अपनी नाराजगी भी जाहिर की है, यहां तक की गंगूबाई की फैमिली ने कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। 

'मेरी मां को सोशल वर्कर से सेक्स वर्कर बना दिया...'

चलिए आपको बताते हैं कि गंगूबाई के परिवार ने फिल्म से क्या आपत्ति जाहिर की हैं। गंगूबाई के बेटे  बाबू रावजी शाह ने एक न्यूजपाॅर्टल से बात करते हुए कहा- 'मेरी मां को वेश्या बना दिया गया है। अब लोग बिना वजह मेरी मां के बारे में बातें कर रहे हैं।'

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वहीं गंगूबाई की नातिन भारती के अनुसार,  उन्होंने कहा , 'मेकर्स को सिर्फ पैसा दिख रहा है जिसके कारण वह उनके परिवार को बदनाम कर रहे हैं। फिल्म के लिए परिवार की सहमति नहीं ली गई। यहां तक कि किताब लिखने के लिए भी उनसे अनुमति नहीं ली गई।'

कोर्ट तक पहुंचा गंगूबाई का परिवार

इस पर गंगूबाई के फैमिली वकील ने कहा, जिस तरह गंगूबाई को दिखाया गया है उसमें कोई सच्चाई नहीं है। ये अश्लील है और एक सोशल वर्कर को सेक्स वर्कर की तरह दिखाया गया है। आपने उन्हें एक वैम्प और् लेडी डॉन बना दिया। जब से उनकी फैमिली को पता चला कि गंगूबाई की लाइफ पर फिल्म बन रही है तब से वह छिपते फिर रहे हैं। वे घर बदल रहे हैं। फिल्म में गंगूबाई के कैरेक्टर को लेकर कई रिश्तेदार सवाल पूछ रहे हैं कि क्या गंगूबाई सच में सेक्स वर्कर थीं और वह सोशल वर्कर नहीं थीं। हमने संजय लीला भंसाली और हुसैन जैदी को नोटिस भेजा है लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।'

परिवार ने की फिल्म पर रोक लगाने की मांग

आपको बता दें कि गंगूबाई के गोद लिए बेटे बाबू रावजी शाह ने साल 2021 में  फिल्म को लेकर कोर्ट में याचिका दी थी। इस पर कोर्ट ने संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट को तलब किया था। फिर बॉम्बे हाईकोर्ट ने फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' की रिलीज पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। इसके साथ ही मेकर्स के खिलाफ आपराधिक मानहानि की कार्यवाही पर भी अंतरिम रोक लगा दी। 

संजय लीला भंसाली पर लगाए कई आरोप

गौरतबल है कि 'गंगूबाई काठियावाड़ी' की कहानी मशहूर लेखक एस. हुसैन जैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' के एक अध्याय पर आधारित है और संजय लीला भंसाली इसी किताब के ऊपर ही फिल्म बना रहे थे। इससे पहले खबरें आई थी कि गंगूबाई के बेटे के मुताबिक, हुसैन जैदी ने अपनी किताब के पेज 50 से लेकर 69 के बीच जो लिखा है वो बिल्कुल गलत लिखा है। उन पेजों में उन्होंने प्राइवेट मामलों में दखलंदाजी की।

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कौन थी 'गंगूबाई काठियावाड़ी'?

आलिया भट्ट इसमें माफिया क्वीन गंगूबाई का किरदार निभा रही है। आलिया का बोल्ड अवतार काफी चर्चा में चल रहा है। फिल्म के अनुसार, गंगूबाई कठियावाड़ी जो कि गुजरात के काठियावाड़ से आई थी और 60 के दशक में मुंबई के कमाठीपुरा में वेश्यालय चलाती थीं लेकिन उनकी गुजरात से मुंबई तक पहुंचने की कहानी काफी दर्दनाक रही।  गुजरात में साल 1939 में जन्मी गंगूबाई का असली नाम गंगा हरजीवनदास काठियावाड़ी था। काठियावाड़ के एक समृद्ध परिवार से ताल्लुक रखने वालीं गंगा को कठिन हालातों ने गंगूबाई बनाया जो आगे चलकर डॉन, एक वेश्या, और सोशल वर्कर बन गई थी।

डॉन की तरह रहती थी 'गंगूबाई काठियावाड़ी'

ऐसा कहा जाता है कि वह पहली महिला थी जो 60 के दशक में डॉन की तरह रहा करती थी कोई भी शख्स उससे पंगा लेने के लिए 100 बार सोचता था। वो एक ऐसा कोठा चलाती थी जिसकी पूरे देश में कई सारी ब्रांच भी थी और इन सब की शुरूआत हुई, जब गंगा सिर्फ 16 साल की थी और इस छोटी उम्र में वह प्यार में पड़ गई थी।

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अकाउंटेंट के ही प्यार में पड़ गई थी गंगूबाई

वह अपने पिता के अकाउंटेंट के ही प्यार में पड़ गई थी जो गुजरात से पहले वह मुंबई में ही रहा करता था। दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे और घर से मुंबई भाग गए और शादी कर ली। कुछ समय के बाद ही उसने गंगू को एक औरत के साथ भेज दिया, यह कह कर की वो उसकी मौसी है और वह अपने दोनों के घर ढूंढने वाला है तब तक मौसी के साथ रहे।

प्यार ने दिया धोखा तो कोठे तक पहुंची गंगूबाई

झूठ बोलकर उसने गंगा को कोठे वाली के हाथों महज 500 रु. में बेच दिया। गंगूबाई नहीं जानती थी रमणीक ने उसे जिसके हाथों सौंप रहा है वह मुंबई के मशहूर कमाठीपुरा रेड लाइट एरिया की एक कोठे वाली है। इसके बाद गंगू को जबरन वेश्यावृति में धकेल दिया जाता है और फिर यही से शुरू होता है गंगा से गंगूबाई बनने का सफर।

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