मूंग दाल हलवा का नाम सुनते ही सब के मुंह में पानी आ जाता है। शादी के सीजन में तो मूंग दाल के हलवे के काउंटर में खूब भीड़ लगी होती है। लोग प्लेट भर-भरकर इसका स्वाद लेते हैं, लेकिन घर में इस बनाना काफी मुश्किल लगता है। दरअसल, ये खाना में जितना टेस्टी होती है, बनाने में उतना ही मुश्किल। कई बार महिलाएं इसे बनाते हुए कुछ ऐसी गलतियां कर देती हैं, जिससे इसका पूरा स्वाद बिगड़ जाता है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
कम समय के लिए दाल को भिगोना
मूंग दाल का हलवा बनाते समय गलतियां में ये सबसे कॉमन है। आपको बता दें कि मूंग दाल का हलवा बनाने से पहले दाल को कम से 4- 6 घंटे तक भिगो कर रखना चाहिए। ऐसा करने से दाल नर्म हो जाती है और पकाने में ज्यादा समय नहीं लगाती।
दाल को मोटा पसीना
दाल को पसीते समय भी बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। अक्सर महिलाएं दाल को जल्दी- जल्दी में पीसती हैं जिससे वो मोटी और दरदरी रह जाती है। इसके चलते हलवे में भी दानेदार बनावट आ जाती है। इससे हलवे का स्वाद बिगड़ जाता है। इसलिए ध्यान रखें कि आप दाल को अच्छी तरह पीसें, जिससे एक मुलायम पेस्ट बन जाए और उसमें किसी भी तरह के मोटे दाने ना हों।
दाल को अंडरकुक या ओवरकुक करना
मूंग दाल का हलवा बनाते समय कभी दाल को अंडरकुक या ओवरकुक न करें। अगर दाल को कम पकाया जाएगा तो हलवा कच्चा महसूस होगा और हलवे का टेक्सचर भी अच्छा नहीं आएगा। वहीं दाल को ओवरकुक करने से हलवा सूखा का टेक्सचर देगा। इसलिए दाल को हमेशा मध्यम कांच में पकाएं, जब तक वो अच्छी तरह से मैश न हो जाए।
ज्यादा घी का इस्तेमाल न करें
वैसे घी से मूंग दाल के हलवे का स्वाद बढ़ जाता है, लेकिन जरूरत से ज्यादा घी का इस्तेमाल सही नहीं हैं। इससे हलवा बहुत ग्रीसी हो जाती है और आपको इसे थोड़ा सा खाकर ही बहुत हैवी फील होगा।