सुपरहिट फिल्म “परदेश” से अपने बॉलिवुड कॅरियर की शुरुआत करने वाली महिमा चौधरी आज भले ही फिल्मों से दूर हैं, लेकिन अपने करियर के शुरुआत में उन्हे कई चैलेंज का सामना किया था। अब सालों बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को लेकर खुलकर बात की है। महिमा ने यह भी बताया कि पहले सिर्फ वर्जिन लड़कियां की ही डिमांड होती थी, जिन्होंने कभी किस भी ना किया हो।
हाल ही में एक अखबार को दिए इंटरव्यू में महिमा ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी स्थिति में पहुंच गई है, जहां महिलाओं को बराबर का दर्जा मिलने लगा है। आज लोग फीमेल एक्टर्स को अलग-अलग रोल्स में स्वीकार कर रहे हैं। उनके समय में एक्ट्रेस को अपनी निजी जिंदगी को करियर के खातिर छुपाना पडता था। अगर आप किसी काे डेट कर रहे होते थे तो फिल्म से बाहर कर दिया जाता था।
महिमा आगे बताती हैं कि अगर आपकी शादी हो गई है, तब तो भूल ही जाएं, आपका करियर खत्म हो गया और अगर आपका बच्चा है तब तो समझो आपका करियर पूरी तरह से चौपट हो गया। उन्होंने कहा कि अब दर्शक भी एक्ट्रेसेस को अलग अलग किरदारों में अपना रहे हैं। पहले अगर आपने मां का रोल कर लिया तो आपको फिर कोई और रोल जल्दी नहीं मिलता था। पहले कई पुरुष भी अपने रिलेशनशिप को छिपाते थे और उनकी फिल्मों की रिलीज या कई साल बाद पता चलता था वो तो शादीशुदा हैं।'
याद हो कि महिमा ने कुछ साल पहले दबी जुबान में निर्माता-निर्देशक सुभाष घई पर कास्टिंग काउच का भी आरोप लगाया था जिसके बारे में उन्होंने कहा था कि गड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई फायदा नहीं। बॉलीवुड में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापनों से की थी। साल 1997 में आई महिमा चौधरी की फिल्म 'परदेस' एक बड़ी हिट साबित हुई। 'कुसुम गंगा' के उनके किरदार सभी ने काफी पसंद किया था।