नारी डेस्क : आज की तेज रफ्तार और अनहेल्दी लाइफस्टाइल ने कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे दिया है। हाई बीपी (High Blood Pressure) और लो बीपी (Low Blood Pressure) उन्हीं में से दो प्रमुख समस्याएं हैं। आमतौर पर लोग मानते हैं कि हाई बीपी ही ज़्यादा खतरनाक होता है, लेकिन यह धारणा पूरी तरह गलत है। विशेषज्ञों के अनुसार लो बीपी भी उतना ही खतरनाक है, क्योंकि जब रक्तचाप अचानक नीचे जाता है, तो दिमाग और हृदय तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंच पाता। इससे शरीर में कई तरह की परेशानियां और गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। तो आखिर लो बीपी कैसे नुकसान पहुंचाता है?
युवाओं में क्यों बढ़ रहा है लो बीपी का खतरा?
युवाओं में लो बीपी बढ़ने के पीछे आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और असंतुलित दिनचर्या का बड़ा हाथ है। पहले जहां लो बीपी को बुजुर्गों की समस्या माना जाता था, वहीं अब 20–35 वर्ष के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। अनियमित जीवनशैली, भरपूर पानी न पीना, लंबे समय तक खाली पेट रहना, लगातार तनाव में रहना और देर तक AC में बैठना ये सभी आदतें शरीर के रक्तचाप को अचानक कम कर देती हैं। इसके अलावा थायराइड, हार्ट समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन और गर्मी के मौसम में अत्यधिक पसीना निकलना भी लो बीपी को ट्रिगर करता है। ऐसे में अचानक चक्कर आना, थकान, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना और कमजोरी महसूस होना आम लक्षण बन जाते हैं।

लो बीपी के सामान्य लक्षण
लो ब्लड प्रेशर होने पर शरीर तुरंत संकेत देने लगता है। इसके आम लक्षणों में चक्कर आना, आंखों के आगे धुंधलापन, अचानक कमजोरी महसूस होना, थकान या सुस्ती, दिल की धड़कन तेज होना, हल्का सिर दर्द और ठंडा पसीना शामिल हैं। इन लक्षणों को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि बार-बार लो बीपी का होना शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर दबाव डालता है और लंबे समय में उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है।
लो बीपी में तुरंत राहत देने वाले घरेलू उपाय
सेंधा नमक वाला पानी: अगर अचानक चक्कर आए या कमजोरी लगे, तो एक गिलास पानी में चुटकी भर सेंधा नमक मिलाकर पीने से तुरंत राहत मिल सकती है। सोडियम दिमाग तक रक्त प्रवाह बढ़ाने में मदद करता है।

सौंफ और मिश्री: सौंफ और मिश्री पाचन सुधारते हैं और शरीर में एनर्जी बढ़ाते हैं। रोज़ाना खाने के बाद इनका सेवन लो बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है।
किशमिश का सेवन: लो बीपी के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपायों में से एक रात में 10–12 किशमिश पानी में भिगोकर रखें, सुबह खाली पेट खाएं। इसके अलावा भिगोया हुआ मुनक्का और बादाम भी बहुत फायदेमंद होते हैं।
दालचीनी और अदरक: दालचीनी और अदरक दोनों ही रक्त संचार को बढ़ाते हैं। गुनगुने पानी के साथ इनका सेवन लो बीपी में राहत देता है।
तुलसी के पत्ते और शहद: 5–7 तुलसी के पत्तों को चबाकर ऊपर से एक चम्मच शहद लेने से ब्लड प्रेशर स्थिर होता है। यह उपाय खासकर सुबह के समय बहुत लाभकारी है।
सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है खतरा?
सर्द मौसम में रक्त थोड़ा गाढ़ा हो जाता है और शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, जिससे लो बीपी की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए ऐसे मौसम में पानी की मात्रा बढ़ाकर पिएं और हल्का व्यायाम करें।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?
बार-बार चक्कर आए
बेहोशी महसूस हो
सीने में दर्द हो
बहुत ज्यादा कमजोरी हो
दिल की धड़कन तेज हो
यह गंभीर संकेत हो सकते हैं और तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेना जरूरी है।