
नारी डेस्क : सर्दियों में ठंडी हवा और कम नमी के कारण स्किन की परेशानियां बढ़ जाती हैं। होंठ फटने लगते हैं, एड़ियां ड्राई और कड़ी हो जाती हैं, और स्किन की प्राकृतिक नमी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। ऐसे में महंगे क्रीम अक्सर असर नहीं दिखाते, लेकिन घर में मौजूद देसी नुस्खे स्किन के लिए अधिक प्रभावी साबित हो सकते हैं।
मूंगफली के छिलकों के फायदे
हम अक्सर मूंगफली खाते समय इसके छिलके फेंक देते हैं, लेकिन ये छिलके स्किन और सेहत दोनों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इसमें पाए जाने वाले नेचुरल तत्व स्किन को पोषण देते हैं और इसे मुलायम और हेल्दी बनाने में मदद करते हैं।

हेल्दी फैट्स और प्रोटीन: मूंगफली के छिलकों में भरपूर मात्रा में फैट्स और प्रोटीन होते हैं, जो स्किन को गहराई से नमी प्रदान करते हैं। ये रूखे होंठ और फटी एड़ियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स: रेस्वेराट्रोल और पॉलीफेनॉल जैसे तत्व स्किन को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, सूजन कम करते हैं और इम्यूनिटी मजबूत बनाते हैं।
तासीर गर्म: मूंगफली की गर्म तासीर सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखती है और स्किन की ड्राइनेस कम करती है।
कैसे बनाएं और लगाएं
मूंगफली के छिलकों को अच्छी तरह सुखा लें और बारीक पीस लें।
इसमें थोड़ा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार करें।
इस पेस्ट को रोजाना रात को फटी एड़ियों और रूखे होंठों पर लगाएं।
कुछ ही दिनों में फर्क नजर आएगा। नियमित उपयोग से स्किन मुलायम, हेल्दी और शाइनी बन जाएगी।
इस आसान और प्राकृतिक नुस्खे से आप सर्दियों में बिना किसी महंगे क्रीम के भी स्किन की ड्राइनेस, फटी एड़ियों और रूखे होंठों की समस्या दूर कर सकते हैं।

किन लोगों को नहीं लगाना चाहिए?
जिन्हें मूंगफली से एलर्जी हो: अगर आपको मूंगफली खाने या छूने से खुजली, लालपन, सूजन या रैशेज हो जाते हैं, तो यह लेप बिल्कुल न लगाएं।
बहुत सेंसिटिव स्किन वाले लोग: जिनकी स्किन जल्दी रिएक्ट करती है, जलन या जलन-सी महसूस होती है, उन्हें पहले पैच टेस्ट जरूर करना चाहिए।
खुले घाव या खून निकलने वाली फटी एड़ियां: अगर एड़ियों में गहरे जख्म हैं या खून आ रहा है, तो यह लेप न लगाएं। पहले घाव भरना जरूरी है।
एक्ज़िमा, सोरायसिस या स्किन इंफेक्शन वाले लोग: किसी भी तरह की स्किन बीमारी में बिना डॉक्टर की सलाह के यह नुस्खा इस्तेमाल न करें।
छोटे बच्चे (5 साल से कम उम्र): बच्चों की स्किन बहुत नाजुक होती है, इसलिए उन पर यह लेप लगाने से बचें।

पहली बार इस्तेमाल से पहले 24 घंटे का पैच टेस्ट जरूर करें। अगर जलन, खुजली या लालपन हो तो तुरंत धो लें।