बॉलीवुड एक्टर इरफान खान महज 54 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए, उनके अचानक चले जाने से जहां एक ओर गम के बादल छा गए फिर कइयों को अभी तक इस बात पर विश्वास ही नहीं हो पा रहा कि वह हमारे बीच नहीं रहे लेकिन इसी बीच एक ऐसा शख्स है जो उन्हेंं सबसे ज्यादा मिस कर रहा है वो हैं उनकी हमसफर सुतापा सिकदर।
चलिए आपको बताते हैं कि इरफान और सुतापा की मुलाकात कैसे हुई और कैसे चला जिंदगी भर का यह सफर
सुतापा 25 साल तक उनके साथ रहीं और हर मोड़ पर पत्नी से ज्यादा एक दोस्त बन कर उनका साथ दिया। कहते हैं ना कि सच्चा प्यार नसीबों से मिलता है और जो इस सच्चे प्यार को सहेज कर रख ले, समझ लो उसने सबकुछ पा लिया। इरफान खान और सुतापा सिकदर की लव स्टोरी कुछ ऐसी ही रही है। एनएसडी से शुरू हुए इस प्यार न आखिरी पड़ाव तक एक दूसरे का साथ दिया।
एनएसडी में नजरें मिली और इरफान खान हमेशा के लिए सुतापा के हो गए
इरफान खान जब एमए की पढ़ाई कर रहे थे, तभी उन्हें नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एक ऑफर मिला। बस फिर क्या था इरफान ने एनएसडी का रुख किया। उन्हें स्कॉलरशिप मिल गई और इरफान ने एनएसडी जॉइन कर लिया। ऐसे ही एक दिन प्रैक्टिस सेशन के दौरान इरफान की नजर एक लड़की पर पड़ी। इरफान बस उसे देखते ही रह गए। सुतापा भी ऐक्टिंग का कोर्स कर रही थीं, लेकिन वह स्टोरी और स्क्रीनप्ले राइटिंग में अपना करियर बनाना चाहती थीं। दिल्ली से अपना कोर्स खत्म कर इरफान मुंबई रवाना हुए और उस समय सुतापा भी उनके साथ थी। हालांकि दोनों ही अलग अलग बैकग्राउंड से थे.. इरफान राजस्थान के और सुतापा बंगाल की.. लेकिन प्यार ये चीजें नही देखता। इरफान को सुतापा जैसी पत्नी की ही तलाश थी जो उनको और उनकी फैमिली को बखूूबी संभाल ले।
पहले तो इरफान खान डर हुए थे कि सुतापा से कैसे बात करें। आखिरकार हिम्मत दिखाकर उन्होंने सोचा, 'चलो आज खुद को उनसे मिला ही देता हूं।' देखते ही देखते इरफान खान और सुतापा सिकदर गहरे दोस्त बन गए।
प्यार में बदली दोस्ती और फिर बंध गए शादी के बंधन में
इरफान और सुतापा ने शादी का भी फैसला कर लिया था लेकिन करियर के लिए दोनों ने शादी को कुछ वक्त तक टाला और जब दोनों को करियर बन गया, तब 1995 में उन्होंने कोर्ट मैरिज कर ली।
टीवी शो में इरफान ने बीवी संग किया काम
दोनों ने एक साथ 1993 में आए टीवी शो 'बनेगी अपनी बात' में एक साथ काम किया। सुतापा इस शो की स्क्रीनप्ले राइटर थीं, जबकि इरफान ऐक्टिंग कर रहे थे। बता दें कि इसके बाद भी दोनों मियां-बीवी ने कई प्रॉजेक्ट्स में साथ काम किया।
इरफान के कैंसर का पता चला तो पत्नी सुतापा एकदम टूट गई थीं। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इरफान को भी हारने नहीं दिया। सुतापा उन्हें इलाज के लिए लंदन ले गई जहां उन्होंने 24 घंटे इरफान की सेवा की। इस मुश्किल की घड़ी में वह पति ठीक कर ही वापिस लौटी मानो एक अर्धागिनी यमराज से पति के प्राण वापिस ले आई हो। इरफान वापिस इंडिया आ गए और अपनी फिल्म अंग्रेजी मिडियम की शूटिंग पूरी की।
इसी बीच इरफान ने भी अपने ब्यानों में कहा था कि अगर उन्हें जीने का मौका मिला तो पत्नी सुतापा के लिए जीना चाहेंगे लेकिन दुर्भाग्य से उन्हें यह मौका नहीं मिल पाया।
अंग्रेजी मिडियम फिल्म की रिलीज से पहले फिर इरफान की तबीयत बिगड़ी जिसके कारण सुतापा ने उन्हे फिल्मों में काम करने से मना कर दिया और सुतापा के कहने पर इरफान ने घर से बाहर तक निकलना बंद कर दिया। इरफान की तबीयत इतनी बिगड़ गई थी कि वो अपनी फिल्म के प्रोमशन के लिए भी नही जा पाए वहीं उनकी पत्नी घर पर रहकर उनका ख्याल रख रही थी सेवा कर रही थी।
लेकिन इरफान की हालात इतनी खराब हो गई थी कि वह इस भयानक बीमारी की जंग में हार गए। तबीयत बिगड़ने के चलते इरफान को अस्पताल भर्ती करवाया गया जहां हर वक्त पत्नी सुतापा उनके साथ रही ताकि वो अपने पति को देख पाए लेकिन इस बार कैंसर के दर्द ने इरफान के शरीर पर ऐसा हमला किया कि वो दोबारा उठ नही पाए, अपने परिवार को अलविदा कह गए...
इरफान के जाने के बाद उनकी पत्नी सुतापा सिकदर ने इक लंबा-चोड़ा इमोशनल पोस्ट लिखा है। उन्होंने कहा है कि यह पोस्ट उनके पूरे परिवार की तरफ से है।
मैं इसे फैमिली स्टेटमेंट के तौर पर भला कैसे लिख सकती हूं, जहां पूरी दुनिया इसे अपना खुद का नुकसान मान रही है? मैं खुद को यहां अकेला कैसे समझूं जब इस वक्त लाखों लोग इस शोक में डूबे हैं? मैं हर किसी को आश्वस्त करना चाहती हूं कि यह हमारे लिए नुकसान नहीं बल्कि फायदा है। यह हमारे लिए वह फायदा है, जो उन्होंने हमें सिखाया है और अब हमें उनपर फाइनली उनपर अमल करना है और उन्हें आगे बढ़ाना है।
सुतापा ने पूरी उम्र पति का पूरा सहयोग देकर पत्नी का कर्तव्य निभाया।