नारी डेस्क: लिवर हमारे शरीर का ऐसा ऑर्गन है जो खून को साफ रखता है, पाचन में मदद करता है और शरीर में जमा टॉक्सिन को बाहर निकालता है। लेकिन लिवर की बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और कई बार शुरुआती स्टेज में कोई खास लक्षण नहीं दिखते। ऐसे में शरीर छोटे-छोटे संकेत देता है खासकर हाथ और पैरों में। अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो बड़ी बीमारी होने से रोका जा सकता है।
क्यों हाथ और पैरों में दिखते हैं लिवर के लक्षण?
जब लिवर कमजोर होने लगता है, तो खून में मौजूद बाइल सॉल्ट, टॉक्सिन और फ्लूइड बाहर नहीं निकल पाते। ये चीजें स्किन, नसों और हाथ-पैरों में जमा होने लगती हैं। इसलिए लिवर की बीमारी के शुरुआती संकेत अक्सर हाथों और पैरों में दिखाई देने लगते हैं।

हाथों और पैरों में दिखने वाले 5 बड़े संकेत
हथेलियों और तलवों में तेज और लगातार खुजली
लिवर खराब होने पर शरीर के अंदर बाइल सॉल्ट जमा होने लगते हैं। यही बाइल सॉल्ट स्किन के नीचे जाकर तेज खुजली पैदा करते हैं। यह खुजली अक्सर हथेलियों और पैरों के तलवों में अधिक होती है और रात के समय काफी बढ़ जाती है। कई बार स्किन बहुत रूखी, सूखी और बेजान भी दिखने लगती है। यह स्थिति सिरोसिस या लिवर में किसी रुकावट (कोलेस्टेसिस) का शुरुआती संकेत हो सकती है।
हाथ और पैरों में सूजन आना (Swelling)
जब लिवर अपना काम सही से नहीं कर पाता, तो शरीर में प्रोटीन का संतुलन बिगड़ जाता है। इससे पानी शरीर के अलग-अलग हिस्सों में जमा होने लगता है। इसका सबसे पहला असर हाथों और पैरों में दिखता है। पैरों में भारीपन महसूस होता है, उंगलियां फूलने लगती हैं, और जूते टाइट लगने लगते हैं। यह सूजन इसलिए होती है क्योंकि लिवर खून में मौजूद अतिरिक्त फ्लूइड को कंट्रोल नहीं कर पाता।

हथेलियों का लाल पड़ जाना (Palmar Erythema)
लिवर की बीमारी में एक बहुत खास लक्षण दिखता है हथेलियों का रंग लाल होना। हथेलियां हल्की चमकदार और गुलाबी-लाल दिखने लगती हैं। कई बार इसमें हल्की जलन या गर्माहट जैसी भी महसूस होती है। यह संकेत तब दिखाई देता है जब शरीर में हार्मोन और खून का प्रवाह गलत तरीके से होने लगता है, जो लिवर डिज़ीज़ की पहचान हो सकती है।
हाथ-पैरों में नसें साफ दिखना या जल्दी नील पड़ना
लिवर खून को जमाने वाले फैक्टर्स बनाता है। जब लिवर कमजोर हो जाता है, तो खून को थक्के (क्लॉट) बनने में दिक्कत होती है। इससे हाथों और पैरों की नीली नसें ज्यादा साफ दिखने लगती हैं। इसके अलावा शरीर पर छोटी सी चोट भी जल्दी नील (Bruise) बना देती है। कई बार बिना किसी चोट के भी नीला निशान बन जाता है। यह इस बात का संकेत है कि लिवर खून को सही तरीके से मैनेज नहीं कर पा रहा है।
पूरे शरीर में, खासकर हाथ-पैरों में बार-बार तेज खुजली
लिवर जब खून से टॉक्सिन पूरी तरह साफ नहीं कर पाता, तो यही टॉक्सिन स्किन में इकट्ठे होने लगते हैं और काफी तेज खुजली पैदा करते हैं। यह सिर्फ एक जगह नहीं बल्कि पूरे शरीर में होती है, लेकिन हाथ और पैर सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। खुजली लगातार बनी रहती है और खरोंचने पर भी आराम नहीं मिलता। यह लिवर डैमेज का गंभीर संकेत हो सकता है।
इन लक्षणों को हल्के में न लें!
अगर आपको लगातार खुजली पैरों में सूजन हथेलियां लाल होना नसें ज्यादा दिखना जल्दी नील पड़ना जैसे संकेत दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं। समय रहते लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) करवाना जरूरी है।

लिवर को कैसे सुरक्षित रखें?
शराब और तला हुआ खाना कम करें। ज्यादा फैट वाले भोजन से बचें। दिन में 8–10 गिलास पानी पिएं ताकि टॉक्सिन बाहर निकलें। रोजाना 20–30 मिनट वॉक करें। वजन बढ़ने से रोकें ताकि फैटी लिवर न बने। डॉक्टर की सलाह से समय-समय पर लिवर की जांच करवाते रहें।