नीता अंबानी की पहचान धीरुभाई अंबानी की पुत्र वधु या रिलायंस फाउंडेशन के अध्यक्ष व संस्थापक मुकेश अंबानी की पत्नी के तौर पर ही नहीं बल्कि एक बिजनेस वुमेन के तौर पर भी है। नीता अंबानी आज अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही है। देश की सबसे धनी महिला नीता अंबानी धीरुभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की संस्थापक भी है। आज वह अपनी न केवल पर्सनल लाइफ में बल्कि करियर में भी काफी खुश है।
चलिए आज हम आपको नीता अंबानी के जीवन के सफर के बारे में बताते है।
नीता अंबानी का जन्म 1 नवंबर 1963 को रवींद्रभाई दलाल और पूर्णिमा दलाल के घर मुंबई में हुआ था। इस समय नीता और मुकेश अंबानी के 2 बेटे आकाश व अनंत और 1 बेटी ईशा अंबानी है। बड़े बेटे आकाश की शादी शलोका महेता व बेटी ईशा की शादी पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल के बेटे आनंद से हुई है। वह अपने परिवार व सास कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी के साथ एंटीलिया हाउस में रहती है।
एक ही नजर में पसंद आई थी नीता
धीरुभाई अंबानी ने नीता को स्कूल के कार्यक्रम में देखा था जिसमें वह भरतनाट्यम पेश कर रही थी। तब धीरुभाई अंबानी को नीता एक ही नजर में पसंद आ गई थी और उन्होंने उन्हें अपनी बहू बनाने के बारे में सोच लिया था। इसके बाद जब धीरुभाई ने नीता अंबानी को फोन करके कहा कि वह धीरुभाई बोल रहे है तो नीता अंबानी ने कहा कि वह एलिजाबेथ टेलर बोल रही है क्योंकि नीता को लगा था कि शायद उन्हेें कोई परेशान करने के लिए फोन कर रहा है।
भरतनाट्यम है नीता का पहला प्यार
नीता भरतनाट्यम को अपना पहला प्यार बताती हैं। उनकी मां पूर्णिमा दलाल भी शास्त्रीय संगीत में एक्सपर्ट हैं। गुजराती परिवार होने के कारण शुरु से नीता का संगीत व नृत्य के प्रति काफी लगाव रहा है।
नीता और मुकेश की लव स्टोरी
बिजनेसमेन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी की लव स्टोरी किसी फिल्मी लव स्टोरी से कम नही है। किसी फिल्म के हीरो की तरह मुकेश ने बीच सड़क पर नीता को अपने प्यार का इजहार किया था। इतना ही नहीं, मुकेश ने रेड लाइट पर अपनी कार रोक कर नीता से कहा कि "क्या तुम मुझसे शादी करोगी" जब तक तुम जवाब नहीं दोगी, तब तक मैं गाड़ी नहीं चलाउंगा। ये बात सुन कर नीता हंस पड़ी और हां में जवाब दिया। एक बार तो नीता से मिलने के लिए मुकेश अंबानी ने मुंबई की लोकल बस में भी सफर किया था। नीता और मुकेश की शादी 8 मार्च 1985 में हुई थी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज बोर्ड की है सदस्य
शादी के बाद नीता ने CSR में काम करने के साथ रिलांयस फाउंडेशन में एक अध्यक्ष और संस्थापक के तौर पर अपना काम शुरु किया था। 2014 में वह रिलायंस इंडस्ट्रीज में बोर्ड सदस्य के रुप में नियुक्त की गई। उसके वह फ्रैंचाइजी क्रिकेट टीम- मुंबई इंडियंस की मालकिन भी है। 2016 में अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य के रुप में निर्वाचित होने वाली वह पहली भारती महिला बनी।
शिक्षा के क्षेत्रे में भी दिया योगदान
अपनी शादी के समय उन्होंने मुकेश अंबानी से वादा लिया था कि वह शादी के बाद अपना काम नहीं छोड़ेगी और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए दक्षिण मुंबई के जामनगर में धीरुभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की संस्थापना की। इसके बाद उन्होंने पातालंगगा प्लांट के पास एक ग्रामीण स्कूल शुरु किया। उन्होंने आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए भी कई स्कूल खोलें हैं।