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रश्मि, आरती और मधुरिमा की कहानी सुन भावुक हुई लक्ष्मी, घरवालों ने भी बहाए आंसू

  • Edited By shipra rana,
  • Updated: 12 Jan, 2020 05:33 PM
रश्मि, आरती और मधुरिमा की कहानी सुन भावुक हुई लक्ष्मी, घरवालों ने भी बहाए आंसू

बिग बॉस 13 अपने आप में इतना इंट्रस्टिंग है कि आए दिन कुछ ना कुछ नया मसला देखने को मिल ही जाता है हालांकि कुछ मामले फनी होते हैं तो कुछ सीरियस। शनिवार को छपाक की टीम घरवालों से मिलने पहुंची। दीपिका पादुकोण और विक्रम मैसी के साथ एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल भी दिखीं।



लक्ष्मी ने अपनी लाइफ स्टोरी और अपना कड़ा संघर्ष घरवालों के साथ सांझा किया फिर वहीं घरवालों से भी मुंह दिखाई के नाम से कोई ऐसा किस्सा शेयर करने के लिए कहा जिसको उन्होंने लाइफ में सहन किया। रश्मि से लेकर आरती ने जो वाक्या शेयर किया वह सच में यह बात सोचने को मजबूर करता है कि क्या हमारे देश में औरतें सुरक्षित हैं....

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रश्मि ने अपनी बचपन की बात शेयर करते कहा कि वह काफी गरीब फेमिली से थी उनकी मां ने काफी स्ट्रगल किया, बेटी पैदा करने पर ताने भी खाए। उन्हें पिता का स्पोर्ट नहीं मिला । इन्हीं टेंशन के चलते उन्होंने जहर खाया था लेकिन फिर उन्होंने खुद को आत्मनिर्भर औरत बनाया। रश्मि ने कभी हिम्मत नहीं हारी।

आरती ने अपनी लाइफ का वो किस्सा शेयर किया जिसके लिए बेहद हिम्मत की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि कैसे बचपन में उन्हीं के नौकर ने उनके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की लेकिन हिम्मत दिखा उन्होंने खुद को बचाया। इसी के चलते वह डिप्रेशन में गई। मन में बैठे डर के चलते वह पेनिक अटैक की शिकार होती रहीं। आखिर इससे उभरने के लिए उनके मां व भाई ने उन्हें स्पॉट किया।

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आरती की हिम्मत देखकर मधुरिमा ने भी अपने साथ हुई छेड़खानी का खुलासा सबके सामने किया। मधुरिमा ने कहा कि उनको ट्यूशन पढ़ाने वाला टीचर ही उन्हें गलत तरीके से छूता था। वह किसी काम में कोंस्ट्रेट नहीं कर पाती थी ना पढ़ाई में ना खेल में। आखिर मां से उन्होंने यह बात शेयर की और मां ने पिता से और मधुरिमा के पेरेंट्स ने उन्हें स्पॉट किया लेकिन अफसोस की बात हमारे समाज में अगर लड़कियों के साथ अपराध हो तो पहले कसूरवार उन्हें ही ठहरा दिया जाता है। लड़कियों को समझ ही नहीं आता है वह पीड़ित हैं या दोषी।

तीनों एक्ट्रेसेस की बात सुन लक्ष्मी काफी भावुक हो गई। वहीं उन्होंने इसी बात को सामने आगे रखा कि यह पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती हैं कि वह बच्चे को खुद के साथ कंफर्ट दे। उनकी पूरी बात को सुनें और समझें ताकि वह आपके साथ खुल कर बात कर सकें और अपने साथ होने वाले किसी भी तरह के शोषण को बिना डरे बता पाएं। याद रखें कि अगर उनके मन में आपके प्रति भय होगा तो वह आपसे बात सांझा करने से डरेंगे, खासकर लड़कियां

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