दांतों को स्वस्थ रखने के लिए एक्सपर्ट्स द्वारा दिन में 2 बार ब्रश करने की सलाह दी जाती है। मगर अक्सर लोग जल्दी के चक्कर में अच्छे से ब्रश नहीं करते हैं। इसके अलावा रात को सोने से पहले को बहुत कम लोग ब्रश करते हैं। मगर इससे दांतों के साथ सेहत संबंधी अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। जी हां, दांतों की सफाई का संबंध हमारे शरीर से भी जुड़ा होता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
हड्डियों को नुकसान व पेरियोडोंटल रोग
सही व रोजाना ब्रश ना करने से मुंह में कीटाणु पनपने लगते हैं। इसके कारण दातों में कैविटी होने का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा लंबे समय तक दांतों की सफाई ना ये कीटाणु दांतों में जमा होने लगेंगे। इसके कारण करने से हड्डियों को नुकसान व पेरियोडोंटल (मसूड़े में पीब पड़ना) रोग हो सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पेरियोडोंटल बीमारी विकसित होने से ये कीटाणु कुछ एंजाइम पैदा कर सकते हैं, जो हड्डी (दांत) को खाकर उसे खराब कर सकते हैं। एक बार यह हड्डी खाने लगे तो बैक्टीरिया को पनपने में और भी जगह मिलती है। यह बीमारी बढ़ने पर ज्यादा मुश्किल व दर्द का सामना करान पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि रोजाना सही तरीके व समय पर ब्रश करें।
दिल संबधी रोग
दांतों की सही से सफाई ना करने पर दिल संबंधी बीमारियां होने का खतरा रहता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, दांतों की सही से सफाई ना होने पर उसपर जमा बैक्टीरिया खून के प्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं। इसके बार आपके खून में ये बैक्टीरिया प्लाक विकसित कर सकते हैं। इसके कारण शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो सकता है। इसके अलावा धमनी पट्टिका दिल या दिमाग के क्षेत्र में रक्त वाहिकाओं को बंद कर सकती है। इससे स्ट्रोक या हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा दिल संबंधी बीमारी, अल्जाइमर रोग व स्टोक होने का खतरा रहता है।
सांसों की बदबू
दांतों की सही से सफाई ना करने से बीमारियों की चपेट में आने का खतरा तेजी से बढ़ता है। ऐसे में सांसों में बदबू आने से ही आप सेहत के बारे में अलर्ट हो सकती है। इसलिए सांसों में बदबू आने की परेशानी होने पर तुरंत ब्रश करने में ही भलाई है। इससे आप दूसरों के सामने शर्मिंदा होने से तो बचेंगे ही साथ ही बीमारियों से भी खुद को सुरक्षित रख पाएंगे।
मसूड़ों में सूजन की समस्या
लंबे समय तक या अच्छे से ब्रश ना करने पर मसूड़ों में दर्द, खून निकलने व सूजन की शिकायत हो सकती है। अगर आपको इस समस्या से शुरुआती लक्षण महसूस हो तो तुरंत दांतों की सफाई पर ध्यान दें। नहीं तो जैसे पहले ही बताया गया है कि इससे पेरियोडोंटल रोग हो सकता है। साथ ही यह बीमारी बढ़ने पर इसका इलाज ऑप्शन से ही किया जा सकता है, जो दर्दभरा हो सकता है।
समय से पहले बच्चे का जन्म
गर्भावस्था में दांतों की सफाई ना करने से सेहत को नुकसान होने के साथ बच्चे पर भी बुरा असर पड़ता है। यदि कोई महिला मसूड़ों में सूजन जैसी बीमारी से पीड़ित है तो वह बच्चे को समय से पहले जन्म दे सकती है। इसका मतलब है कि गर्भ में पल रहे शिशु को बढ़ने व विकसित होने के लिए पूरा समय नहीं मिल पाएगा। वहीं समय से पहले बच्चे का जन्म होने से उसका वजन काफी कम हो सकता है। ऐसे में शिशु को विकास में कई समस्याएं हो सकती है। हम यूं भी कह सकते हैं कि समय से पहले बच्चे का जन्म शिशु को खतरे में डाल सकता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को अपनी डेली डाइट के साथ मुंह की सफाई का भी खास ध्यान रखना चाहिए।