पीरियड्स आना एक नेचुरल प्रोसेस है। हर महिला इस माहवारी के चक्र से हर महीने गुजरती है। मासिक धर्म 4 से 5 दिन रहता है लेकिन इन दिनों महिला को साफ सफाई का खास ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि अगर पीरियड्स के दिनो में प्राइवेट पार्ट की साफ सफाई ना रखी जाए तो आगे कई बीमारियों का खतरा रहता है। इसलिए हर साल 28 मई को 'मासिक धर्म स्वच्छता दिवस' मनाया जाता है जिसकी शुरूआत 2014 में जर्मन के 'वॉश यूनाइटेड' नाम के एक एनजीओ ने की थी। इस दिन का उद्देश्य महिलाओं को महीने के उन 4-5 दिनों के दौरान स्वच्छता रखने के लिए जागरूक करना है।
भारत में आज भी पीरियड सफाई को लेकर महिलाओं में जागरुकता की कमी है। यहां तक कि महिलाएं खुलकर बात करने में झिझकती हैं जबकि पीरियड्स आना कोई पाप नहीं है। इससे जुड़ी साफ सफाई और समस्याओं पर खुल कर बात करनी चाहिेए ताकि समस्या को समय रहते ही रोका जाए।
हर महिला को पीरियड स्वच्छता से जुड़ी बातों के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
1. पीरियड्स के दौरान साफ पैंटी पहनें। इनरवियर कॉटन का ही पहनें नहीं तो रेशेज की समस्या हो सकती है। अपने पास एक्स्ट्रा पैंटी जरूर रखें। दाग लगे तो उसे तुरंत बदल लें।
2. गंदी पैंटी को धो लें और एक बार डिटॉल के पानी से भी निकाल लें इससे वह अच्छी तरह से कीटाणुरहित हो जाएगी।
3. आज भी बहुत सारी महिलाएं कपड़ा यूज करती हैं। अगर आप कपड़ा इस्तेमाल करती हैं तो साफ सुथरा सूती कपड़ा इस्तेमाल करें। एक बार यूज करने के बाद दोबारा यूज ना करें तो बेहतर है अगर करती हैं तो इसे अच्छे से धोकर धूप लगाकर सुखा लें।
4. पैड का इस्तेमाल करती हैं तो 6-8 घंटे के भीतर इसे बदलें। अगर ज्यादा ब्लीडिंग है तो जल्दी बदल लें। गंदा व नमी युक्त पैड योनि व इसके आसपास इंफैक्शन कर सकता है।
5. पीरियड्स के दौरान वेजाइना की सफाई जरूर रखें। योनि को अच्छे से गुनगुने पानी से एक बार जरूर साफ करें। साबुन का इस्तेमाल ना करें क्योंकि ये आपकी योनि के जरुरी व अच्छे बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देते हैं इसलिए गुनगुने पानी से योनि साफ करें।
6. टॉयलेट यूज करने के बाद भी योनि को धोकर अच्छे से सुखा लें। इससे इंफेक्शन रेशेज दोनों से बचाव रहेगा।
7. सेनेटरी नैपकिन को इस्तेमाल करने के बाद इसे अच्छे तरीके से डिस्कार्ड करें या डस्टबिन में डालें नैपकीन को फ्लश न करें क्योंकि यह टायलेट को ब्लोक कर देगा जिससे पानी वापस हो जाएगा जो बैक्टीरिया फैलाने का काम करेगा।
8. पीरियड्स के दिनों में अपने बैग में हमेशा एक्स्ट्रा सेनेटरी नैपकिन, टिशू पेपर, हैंड सेनेटाइजर, एंटीसेप्टिक दवा रखें, क्योंकि किसी भी वक्त इनकी जरुरत पड़ सकती है।
9. पीरियड्स के दौरान कुछ महिलाएं कपड़े के साथ ही सेनिटरी पैड का इस्तेमाल करती हैं लेकिन ऐसा ना करें एक समय पर एक चीज का इस्तेमाल करें नहीं तो इंफेक्शन के साथ रेशेज हो सकते हैं।
10. कुछ महिलाएं इन दिनों थकान महसूस करती हैं । वह गुनगुने पानी में नमक डालकर नहा सकती हैं। इससे शारीरिक थकान दूर होती है।
पीरियड्स के दिनों में अपने शरीर की सफाई रखना ना भूलें क्योंकि यहीं से कई तरह के इंफेक्शन की शुरूआत होती है।