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इस दिन होगा महाकुंभ का समापन, जानिए आखिरी स्नान की तारीख और शुभ मुहूर्त

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 15 Feb, 2025 02:13 PM
इस दिन होगा महाकुंभ का समापन, जानिए आखिरी स्नान की तारीख और शुभ मुहूर्त

नारी डेस्क: प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेला धूमधाम से चल रहा है। माघ पूर्णिमा के दिन कल्पवास समाप्त हो चुका है और अब महाकुंभ के समापन का समय नजदीक आ गया है। महाकुंभ का समापन महाशिवरात्रि के दिन होगा, जिसमें श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करेंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार, संगम में स्नान करने से सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं महाकुंभ का आखिरी स्नान कब और किस समय होगा।

महाशिवरात्रि 2025 डेट और शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार, महाशिवरात्रि की तिथि की शुरुआत 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से होगी और समापन 27 फरवरी को सुबह 08 बजकर 54 मिनट पर होगा। महाकुंभ का समापन महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी को होगा, और इसी दिन महाकुंभ का आखिरी स्नान भी होगा।

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महाकुंभ का आखिरी स्नान: शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ के आखिरी स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय सबसे शुभ माना जाता है। यह समय 26 फरवरी को सुबह 05 बजकर 09 मिनट से 05 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा, महाशिवरात्रि की तिथि के अन्य शुभ मुहूर्त भी हैं 

गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:16 से 06:42 तक

निशिता मुहूर्त: रात 12:09 से 12:59 तक इन मुहूर्तों में स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना अत्यधिक फलदायी माना जाता है।

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स्नान के नियम और धार्मिक मान्यता

महाकुंभ में स्नान करने के लिए कुछ खास नियम होते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इन नियमों का पालन करने से जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है और सभी पाप समाप्त हो जाते हैं। स्नान के समय साबुन और शैंपू का उपयोग नहीं करना चाहिए।

स्नान करने के बाद, श्रद्धा अनुसार दान जरूर करें। खासकर गरीबों को या मंदिर में अन्न और धन का दान करना चाहिए। मान्यता है कि दान से जीवन में कभी भी किसी चीज़ की कमी नहीं होती। दीपदान करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इससे सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है।

इस तरह, महाशिवरात्रि के दिन महाकुंभ के आखिरी स्नान का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और इस दिन किए गए सभी कार्यों से जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
 
 


 

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