मॉडर्न समय में लोगों का लाइफस्टाइल काफी बदल चुका है। आज हर चीज पैक्ड फूड्स में बदलती जा रही है। लोग डिब्बा बंद खाने की तरफ ज्यादा रूख कर रहे है। इतना ही नहीं फल और सब्ज़ियां भी डिब्बो में पैक होकर आने लगे है लेकिन इन्हें खरीदते समय काफी बातों का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि इनसे भरपूर पोषण मिल सकें। हाल ही में अमेरिका स्थित अकेडमी फॉर न्यूट्रीशिन एंड डायटेटिक्स की रिसर्च में सामने आया कि फल और सब्जियां ताजी हों या फ्रोजन और डिब्बाबंद, हर हाल में सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। बस इनको खरीदते वक्त आपको कुछ बातों को लेकर सावधानी बरतनी होगी।
डिब्बाबंद फल और सब्जियों का जूस
डिब्बाबंद फलों और सब्जियों से बने जूस खरीदते समय पैकेट पर कुछ जरूरी दिशा-निर्देशों को जरूर पढ़ें। अगर डिब्बाबंद जूस पर 'पैक्ड इन इट्स ओन जूस', 'ताजा जूस' और 'नो एडेड' शुगर लिखाहो तभी उनकी खरीददारी करें।
डिब्बाबंद फल और सब्जियों में नमक की मात्रा
आहार में नमक कम चाहते है तो पैक्ड सब्जी या फल में चेक करे कि उसमें कहीं अतिरिक्त नमक तो नहीं मिलाया गया। डिब्बाबंद फलों और सब्जियों के स्वाद और पौष्टिकता भरपूर चाहते है तो इन्हें खोलने के बाद जल्द से जल्द इनका इस्तेमाल कर लें।
फ्रोजन सब्जियों का लेबल जरूर करें चेक
ऐसे फल और सब्जियां खरीदें जिसमें वसा और कैलोरी की मात्रा कम हो। इसके लिए उसका लेबल ध्यान से पढ़ें।
सूखे फलों का सेवन कम मात्रा में करें
सूखे फलों में फाइबर की काफी मात्रा होती है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए और सी के साथ-साथ पोटेशियम भी प्रचुर होता है। मगर इनकी मात्रा जितनी कम लेंगे, उतना अच्छा होगा। दरअसल, इन फलों को सुरक्षित रखने के लिए चीनी मिलाई जाती है, इसलिए उन्हें खरीदने से पहले लेबल जरूर ध्यान से पढ़ लें।
स्नैक्स के तौर पर किया जाता है इस्तेमाल
इन फलों को स्नैक्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इन्हें आप सलाद, पेनकेक्स, रोटी या दलिए के साथ मिलाकर भी खा सकते है।