पहले जहां बढ़ती उम्र में लोगों को सफेद बालों की परेशानी होती हैं। वहीं आजकल छोटे बच्चे भी इस समस्या से जूझ रहे हैं। इसके पीछे का कारण गलत खानपान, लाइफ-स्टाइल व मानसिक तनाव हो सकता है। वहीं बालों को काला करने के लिए बाजार में कई तरह के प्रोडक्ट्स मिलते हैं। मगर इनमें कैमिकल होने से साइड इफेक्ट होने का खतरा रहता है। ऐसे में आप चाहे तो दादी-नानी के समय के कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे अपना सकती हैं। ये जल्दी से बालों को काला करने के साथ उन्हें लंबा, घना, मजबूत और शाइनी बनाने में मदद करेगा। साथ ही सभी चीजें नैचुरल होने से इन नुस्खों को किसी भी उम्र के लोग अपना सकते हैं...
आंवला पाउडर
आप बालों से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए आंवला पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं। यह एक आयुर्वेदिक नुस्खा है। इसके लिए एक पैन में 1 कप आंवला पाउडर भूनें। अब इसमें करीब 500 मिली नारियल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर 20 मिनट तक पकाएं। बाद में इसे ठंडा करने के लिए अलग रख लें। 24 घंटे के बाद इसे छानकर बोतल में भर लें। तैयार तेल को स्कैल्प पर लगाकर मसाज करें। इसे 1 घंटा लगा रहने दें। बाद में माइल्ड शैंपू से धो लें। औषधीय गुणों से भरपूर आंवला बालों को जड़ों से काला व मजबूत बनाने में मदद करेगा। इससे आपके बाल लंबे, घने, काले, मुलायम व चमकदार बनेंगे। अच्छा रिजल्ट पाने के लिए इसे हफ्ते में 2 बार जरूर लगाएं।
करी पत्ता
बालों को काला, घना, मजबूत बनाने के लिए करी पत्ता भी कारगर माना गया है। इसके लिए कुछ करी पत्ता लेकर पीस लें। अब इसमें 2-2 चम्मच आंवला और ब्राह्मी पाउडर मिलाएं। फिर इसमें जरूरत अनुसार पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं। तैयार मिश्रण को 30 मिनट तक बालों पर लगा रहने दें। बाद में माइल्ड शैंपू से धो लें। ये आपके बालों को जड़ों से मजबूत व काला करने में मदद करेगा। साथ डैंड्रफ, हेयर फॉल, रुखे बालों की समस्या दूर होकर बाल सुंदर, घने, शाइनी नजर आएंगे।
काली चाय
आप सफेद बालों को नेचुरली ब्लैक करने के लिए काली चाय यूज कर सकती हैं। इसके लिए पैन में 1 गिलास पानी और 2 चम्मच ब्लैक टी डालकर उबालें। पानी का रंग बदलने पर इसे ठंडा होने के लिए रख दें। अब शैंपू के बाद इस पानी को तेल की तरह स्कैल्प पर लगाकर मसाज करें। इसे 10-15 मिनट तक लगा रहने दें। बाद में ताजे पानी से धो लें। इससे आपके सफेद बालों की परेशानी दूर होकर बाल धीरे-धीरे काले होने लगेंगे।
अच्छा व जल्दी रिजल्ट पाने के लिए इनमें किसी भी आयुर्वेदिक नुस्खे को हफ्ते में 2 बार जरूर अपनाएं।