ग्वालियर राजघराने की राजमाता एवं केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां श्रीमती माधवी राजे सिंधिया का आज सुबह निधन हो गया। उन्हाेंने 70 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया की पत्नी श्रीमती सिंधिया बीते तीन महीने से अस्वस्थ थीं और करीब दो से एम्स में उनका इलाज चल रहा था। पिछले दो सप्ताह से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और वह वेंटीलेटर पर थीं।
श्रीमती माधवी राजे सिंधिया के पार्थिव शरीर को अपराह्न 3 बजे से पांच बजे के बीच 27 सफदरजंग स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और इसके बाद ग्वालियर ले जाया जाएगा। माधव राव सिंधिया एवं श्रीमती माधवी राजे सिंधिया के एक पुत्री चित्रांगदा राजे और एक पुत्र ज्योतिरादित्य हैं। सिंधिया राजघराने की बहू बनने से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था। वह नेपाल के राणा राजवंश से थीं। इस राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा थे, जो नेपाल के प्रधानमंत्री भी रहे।
60 के दशक में सिंधिया परिवार में नेपाल राजघराने की तरफ से शादी का प्रस्ताव आया था, जिसे ग्वालियर घराने ने स्वीकार कर लिया था। उस समय माधवराव सिंधिया की गिनती देश के ताकतवर नेताओं में होती थी। माधवी राजे का और माधव राव सिंधिया 8 मई 1966 को शादी में बंधन में बंधे। माधव राव की बारात ग्वालियर से दिल्ली ट्रेन से गई थी। शादी के बाद माधवी राजे सिंधिया को शाही परिवार की राजमाता (रानी मां) के रूप में जाने लगा था।
माधवी राजे सिंधिया ने ग्वालियर में सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनका परिवार, सिंधिया, पीढ़ियों से भारतीय राजनीति और समाज में प्रभावशाली रहा है। राजमाता के पति माधवराव सिंधिया का एक विमान दुर्घटना में निधन हो गया था। अब रानी मां के चले जाने से हर कोई दुखी है।