टीवी के फेमस कपल गुरमीत चौधरी और देबीना बनर्जी हाल में ही एक बेटी के पिता बने है। नन्ही परी के आते ही कपल का घर खुशियों से भर गया। हाल में ही गुरमीत ने पापा बनने की खुशी जाहिर की। इस बारे में बात करते हुए गुरमीत ने कहा, 'ऐसा लगता है कि जैसे किसी की शादी है। घर को ऐसे सजा दिया गया है जैसे कोई त्यौहार हो।' गुरमीत पहली बार पिता बने हैं और उन्होंने बताया कि जब वह छोटे थे तो उन्हें बच्चे बहुत पसंद थे।
''बेटी के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताना चाहता हूं''
गुरमीत ने कहा कि अब बस उनके मन में यही रहता है कि जल्दी काम करके घर वापिस जाए और अपनी लाडली के साथ वक्त बिताएं। गुरमीत चौधरी ने बताया, 'जब भी घर से जाता हूं, तो मुझे लगता है कि तुरंत घर जाना है और अपनी बेटी को देखना है। वह छोटी सी है, हाथ में लेते हुए भी डर लगता है।' बेटी को उठाने की बात करते हुए एक्टर ने कहा, 'हमें 50 किलो के डंबल उठाने की आदत है, और उसका शायद ही कोई वजन है। तो मुझे ऐसा लगता था कि कहीं कस के ना पकड़ लूं। तो एक दिन मैं बहुत ज्यादा डरा हुआ था।
''बच्चे तब होंगे जब मेरी वो औकात हो''
बता दें कि शादी के काफी साल बाद गुरमीत और देबीना पेरेंट्स बनने है इसकी वजह भी एक ने हाल में ही एक इंटरव्यू में बताई। गुरमीत चौधरी ने कहा, ' जब मैंने काम करना शुरू किया, मैंने देबीना के साथ ये बात डिस्कस की, कि बच्चे तब होंगे जब मेरी वो औकात हो। अगर मेरे बच्चे को कुछ चाहिए तो मुझे उसके लिए चिंता करने की जरूरत नहीं होनी चाहिए। एक बच्चे को पालने के लिए जिन भी चीजों की जरूरत होती है, मुझे पता है कि वो मैं कर सकता हूं। अब मुझे कभी भी सेकेंड थॉट लेने की जरूरत नहीं होगी। इसीलिए इंतजार था और मैं चीजों को सही समय पर करना चाहता था।'
वही देबीना ने बताया कि पहली बार अपनी नन्ही राजकुमारी को देखने पर उनका क्या रिएक्शन था। देबिना ने कहा, ''मां बनने की फीलिंग को समझने में मुझे कुछ समय लगा। मैं पूरी तरह से तैयार थी और मुझे पता था कि, मुझे क्या करना है। यह मजेदार था कि, गुरमीत और मैं उसे पहली बार देखकर बहुत रोए। खुशियों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मेरे आसपास के लोग बहुत खुश हैं कि, यह एक लड़की है।''
कपल ने यह भी कहा कि वो जल्द ही अपनी नन्ही परी का नाम रखेंगे। उन्होंने अक्षर सोच लिया है लेकिन नाम अभी डिसाइड नहीं किया। बता दें कि देबीना ने अपने यूट्यूब ब्लॉग के जरिए हाल में ही बताया था कि उन्हें कंसीव करने में काफी परेशानियां झेलनी पड़ी लेकिन वो हिम्मत नहीं हारी।