कोरोना वायरस ने बहुत से लोगों को बेरोजगार कर दिया है। कोरोना काल में लगाए गए लॉकडाउन के कारण बहुत से काम बंद हुए हैं जिससे कहीं न कहीं अब लोगों के लिए अपना और अपने परिवार का पेट पालना मुश्किल हो रहा है। हालांकि अब लॉकडाउन तो खोल दिया गया है लेकिन आम लोगों की परेशानियां अभी भी कम नहीं हुई हैं।
बात अगर कोरोना वैक्सीन की करें तो अभी तक इसकी वैक्सीन पर काम चल रहा है लेकिन वह आम लोगों को कब तक मिल पाएगी अभी इस पर कुछ कहा नहीं जा सकता है। फिलहाल इससे बचने का अभी एक ही तरीका है और वो है मास्क पहनना। लेकिन कोरोना काल में लोगों की काफी कमाई खत्म हो गई है ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी है जिनके पास मास्क तक लेने के पैसे नहीं हैं। वहीं गुजरात में एक ऐसा व्यक्ति है जिसने लोगों की मदद करना का एक अनोखा तरीखा निकाला है। दरअसल गुजरात में रहने वाले हनुमान नाम के एक शख्स ने लोगों को फ्री में मास्क बांटने का काम शुरू किया है।
बचे हुए कपड़े से बनाते हैं मास्क
हनुमान नाम का शख्स इस काम को अकेला नहीं करता बल्कि वह और उनकी पत्नी मिल कर यह काम करते हैं। वह दोनों शहर की सिलाई की दुकानों में जाकर बचे हुए कपड़े लेते हैं और फिर उसके मास्क बनाते हैं।
जरूरतमंदों को दिए जाते हैं मास्क
मास्क को बनाने के बाद इन्हें उन लोगों में बांटे जाते हैं जिनके पास बाजार से मास्क खरीदने के भी पैसे नहीं होते हैं। हम सभी जानते हैं कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक इस वायरस से मास्क ही बचा सकता है ऐसे में लोगों को मुफ्त मास्क बांटने का काम सच में तारीफ के लायक है।
बांट चुके हैं 6 हजार मास्क
इस मदद पर हनुमान का कहना है,' मैं शहर में सिलाई की दुकानों से बचे हुए कपड़े इकट्ठा करता हूं, उनका इस्तेमाल फिर फेस मास्क बनाने के लिए करता हूं और इसे उन लोगों को दे देता हूं जो इसे खरीदने में सक्षम नहीं हैं।' आपको बता दें कि वह अभी तक शहर में तकरीबन 6 हजार मास्क बांट चुके हैं।