
नारी डेस्कः गुजरात का एक कपल इन दिनों खूब सुर्खियां बटौर रहा है और सुर्खियां बटौरने का कारण उनकी शादी है। 80 की उम्र में शादी और इनकी अनोखी लवस्टोरी के इस समय सोशल मीडिया पर खूब चर्चे हो रहे हैं। हर तरफ उनके प्यार की तारीफ हो रही हैं, वहीं लोग आज की पीढ़ी को इस कपल के प्यार की उदाहरण भी दे रहे हैं। जहां तलाक के मामले दिनों-दिन बढ़ रहे है वहीं शादी जैसे पवित्र बंधन को निभाना कैसे हैं, इस कपल ने बखूबी बताया है।

80 साल के कपल ने 64वीं सालगिरह पर पूरे किए सपने
जी हां, तकरीबन 80 साल की उम्र में इस कपल ने पूरे रीति-रिवाज से शादी की और अपनी 64वीं सालगिरह मनाई और ये शादी उनके नाती-पोतों ने खुद करवाई है। जब आप इस कपल की प्रेम कहानी सुनेंगे तो आप भी कहेंगे हां यहीं तो सच्चा प्यार है। दरअसल, 64 साल पहले इस जोड़े ने घर से भागकर शादी की थी और फिर उनका परिवार बढ़ा। अब परिवार ने एक बार फिर से हिंदू-रीति रिवाज से दोनों की शादी करवाई। उनकी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।

घर से भागे थे हर्ष और मृदु...स्कूल में मुलाकात और चिट्ठियों से शुरू हुआ प्यार
इस कपल का नाम हर्ष और मृदु है। हर्ष और मृदु की लव स्टोरी 1960 के दशक में शुरू हुई। उस समय भारत में इंटर-कास्ट शादी को समाज बिल्कुल स्वीकार नहीं करता था। हर्ष जैन परिवार से थे और मृदु ब्राह्मण परिवार से ...दोनों की मुलाकात स्कूल में हुई और आगे चिट्ठियों के जरिए उनका प्यार परवान चढ़ा और जब बात मृदु के परिवार को पता चली तो वह इसके सख्त खिलाफ था। ऐसे में दोनों ने परिवार का साथ छोड़कर एक मुश्किल फैसला लिया। परिवार से बगावत कर हर्ष और मृदु ने प्यार को चुना और घर से भाग गए। दोनों ने बिना किसी सहारे के अपनी जिंदगी की शुरूआत की लेकिन दोनों के पास एक दूसरे की हिम्मत थी बस वहीं हिम्मत उनके प्यार की मिसाल बन गई। समय के साथ हर्ष और मृदु ने एक खुशहाल घर बनाया और उनके बच्चे और नाती-पोते उनकी प्रेमकहानी सुनकर बड़े हुए। उनके इस संघर्ष और प्यार को सम्मान देने के लिए कपल के नाती-पोतियों ने उनकी 64वीं सालगिरह पर एक खास शादी का आयोजन किया। कपल को सरप्राइज दिया।
उन्होंने कुछ देर के लिए हर्ष और मृदु को अलग किया ताकि शादी की खास तैयारियां कर सकें। ये पहली बार था जब भागने के बाद वे इस तरह अलग हुए। इस शादी में वो सारी रस्में अदा की गई जो जवानी में वो पूरी नहीं कर पाए थे। अग्नि के चारों ओर फेरे लिए गए और वादों को फिर से दोहराया गया। 80 की उम्र में दोबारा शादी करने के लिए मृदु यानि की दुलहन ने गुजरात की मशहूर घरचोला साड़ी पहनी थी, बालों में गजरा हाथों में मेहंदी रचाई और दूल्हे राजा हर्ष खादी कुर्ता-पजामा के साथ मैचिंग पगड़ी पहनी थी।
इतने सालों बाद हर्ष और मृदु में वही प्यार और विश्वास दिखा और यहीं प्यार उनकी जिंदगी का आधार रहा। दोनों ने वरमाला डाली पूरे परिवार ने खुशी से उनका स्वागत किया और उनके इस खूबसूरत पलों को शानदार बना दिया जिसे वह कभी नहीं भूल सकते। हर्ष और मृदु का ये प्यार आज के प्यार को नसीहत भी है...जहां आज रिश्ते बनते बाद में टूट पहले जाते हैं, उनके लिए हर्ष और मृदु का प्यार एक मिसाल है जो अटूट प्यार, विश्वास और सहनशीलता पर टिका है। कपल को हमारी तरफ से भी शादी की हार्दिक शुभकामनाएं।