नारी डेस्क: प्रजनन चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, गामेटो ने अपनी नई प्रजनन तकनीक 'फर्टिलो' का खुलासा किया है। इस तकनीक में स्टेम सेल का इस्तेमाल कर भ्रूण के विकास को शरीर के बाहर पूरा किया जाता है, जिससे पारंपरिक इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के मुकाबले यह एक तेज, सुरक्षित और अधिक सुलभ विकल्प बनकर उभरा है।
फर्टिलो तकनीक: IVF का नया और प्रभावी विकल्प
IVF एक प्रभावी तरीका तो है, लेकिन यह एक लंबी और महंगी प्रक्रिया है, जिसमें अक्सर हार्मोन इंजेक्शन की आवश्यकता होती है और ओवेरियन हाइपरस्टिमुलेशन सिंड्रोम (OHSS) जैसी जटिलताओं का जोखिम होता है। इसके विपरीत, फर्टिलो तकनीक में स्टेम सेल से ओवेरियन सपोर्ट सेल (OSC) का उपयोग किया जाता है, जो अंडाणुओं को प्राकृतिक रूप से लैब में परिपक्व होने में मदद करता है। इस प्रक्रिया में हार्मोन इंजेक्शन की कोई आवश्यकता नहीं होती, जिससे यह अधिक सुरक्षित और कम invasive तरीका बनता है।
प्राकृतिक अंडाणु परिपक्वता की नकल
फर्टिलो तकनीक प्राकृतिक अंडाणु परिपक्वता की प्रक्रिया को पुनः उत्पन्न करने की कोशिश करती है, जिससे यह IVF के मुकाबले कम invasive और अधिक प्रभावी विकल्प बनता है। इस तकनीक का उद्देश्य उन जोड़ों के लिए एक सरल और किफायती समाधान प्रदान करना है जो बांझपन से जूझ रहे हैं, साथ ही यह शारीरिक और मानसिक तनाव को भी कम करती है।
दुनिया की पहली सफल जन्म
गामेटो द्वारा विकसित फर्टिलो तकनीक का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह दुनिया में पहली बार जीवित इंसान का जन्म संभव बना चुकी है। यह तकनीक IVF के लंबे और महंगे उपचार से एक नया मार्गदर्शन प्रदान करती है, जिससे अधिक जोड़ों के लिए प्रजनन उपचार को सुलभ बनाना संभव हो सका है।
जोड़े के लिए नया आशा की किरण
फर्टिलो तकनीक से जुड़े शोधकर्ताओं का मानना है कि यह नई तकनीक न केवल शारीरिक दर्द को कम करेगी, बल्कि दंपत्तियों के मानसिक तनाव को भी काफी हद तक कम कर सकती है। इसका उपयोग पूरी दुनिया में प्रजनन उपचार को और सुलभ और सुरक्षित बनाने के लिए किया जा सकता है।
गामेटो का 'फर्टिलो' तकनीक उन जोड़ों के लिए एक नया आशा की किरण लेकर आई है जो बांझपन से परेशान हैं और IVF की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। यह तकनीक न केवल एक नई वैज्ञानिक उपलब्धि है, बल्कि यह भविष्य में प्रजनन चिकित्सा को पूरी तरह से बदल सकती है।