हर किसी के खाना बनाने का तरीका अलग-अलग होता है। सही तरह से बनाया गया खाना स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। महिलाएं खाने में अलग-अलग तरह के तरीके इस्तेमाल करती हैं। वहीं खाना लोहे के बर्तन में बनाया जाए तो उसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। लोहे के बर्तन में खाना खाने से शरीर में आयरन की कमी पूरी होती है। तो चलिए जानते हैं इसमें खाना बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है...
लोहे की कढ़ाई में खाना बनाने के कुछ नियम
लोहे के बर्तन में बहुत सी तरह की सब्जियां बनाई जाती हैं। इसमें बने खाने का सेवन करना एक हेल्दी ऑप्शन माना जाता है। नींबू या किसी खट्टाई का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह लोहे के साथ रिएक्ट होकर एक एसिडिक हो जाएगी और खाने में कड़वा स्वाद आना शुरु हो जाएगा। इस कढ़ाई में कभी भी खाना नहीं छोड़ना चाहिए। ज्यादा समय तक इस कढ़ाई में खाना पड़ा रहने से काला हो जाएगा और खाने में स्वाद भी नहीं आएगा।
लोहे के तवे में रोटी सेक रहे हैं तो
लोहे के तवे पर रोटी बनाने से तवे को अच्छे से गीला कर लें। ऐसा करने से तवे पर रोटी चिपकेगी नहीं और फुली हुई बनेगी। यदि आप इसके ऊपर चिल्ला या डोसा बनाने जा रही हैं तो इससे अच्छे से साफ कर लें। आधा कटा हुआ प्याज या फिर मसलिन के कपड़े को तेल में भिगोकर तवे पर अच्छे से फैला दें। इसके बाद गैस चला दें और धुआं निकलने के बाद गैस को बंद कर दें । आपका तवा अच्छे से साफ हो जाएगा।
इन बर्तनों में कभी भी ना बनाएं ये खाना
लोहे के बर्तन में ऐसा खाना न बनाएं जैसे कि
.खट्टा और सिट्रिक फूड
. दूध से बने हुए पकवान
. मछली भी इस बर्तन में नहीं बनानी चाहिए
. मीठा खाना भी लोहे के बर्तन में नहीं बनाना चाहिए
हफ्ते में सिर्फ इतने दिन ही बनाएं खाना
रोजाना लोहे के बर्तनों में खाना नहीं बनाना चाहिए। हफ्ते में दो से तीन बार ही लोहे के बर्तनों में खाना बनाए। बर्तन को कभी भी लोहे या स्टील के स्क्रबर से साफ नहीं करना चाहिए। खाना बनाने के बाद बर्तन को डिर्टजेंट से साफ करके रख दें। उनकी चिकनाई साफ हो जाएगी।