बच्चे चाहे कितने भी बड़े क्यों न हो जाएं वह पेरेंट्स के लिए हमेशा छोटे ही रहते हैं। ऐसे में पेरेंट्स अक्सर अपने बच्चों को लाड प्यार में कुछ बातें नहीं सिखातें। लेकिन कुछ बातें बच्चों को बचपन में ही सिखा देनी चाहिए। ताकि उन पर इसका गहरा प्रभाव पड़े। कई बार माता-पिता सोचते हैं कि बच्चों को कुछ भी समझाने का कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि अभी वह छोटे हैं लेकिन ऐसा नहीं होता बच्चे अपने पेरेंट्स की हर बात बहुत ही ध्यान से सुनते हैं। आज आपको कुछ ऐसी बातें बताते हैं जो पिता को बचपन में ही अपने बच्चों को सिखा देनी चाहिए। आइए जानते हैं ....
सबसे अलग बनना सिखाएं
जिंदगी में ऐसी कई परिस्थितियां आती हैं जब बच्चों को लगता है कि वह बहुत ही कमजोर हैं। ऐसे समय के लिए आप उन्हें पहले ही तैयार कर दें। बच्चों को बताएं कि जो लोग अलग होते हैं वहीं कुछ करने का जज्बा रखते हैं। आप बच्चों के गुणों को प्रोत्साहित करें। इससे वह अपनी एक अलग ही पहचान समाज में बना पाएंगे।
लड़कियां भी नहीं है किसी से कम
भले ही समाज बदल रहा है लेकिन लोगों की सोच आज भी वही पुरानी है। ऐसे में बेटियों को आज भी यही कहा जाता है कि उन्हें समाज में नीची गर्दन करके चलना है लेकिन आप अपनी बेटियों की हिम्मत बढ़ाएं। बेटियां अपने पापा के काफी करीब होती हैं ऐसे में उन्हें बताएं कि वह भी वो सारी चीजें कर सकती हैं जो लड़के करते हैं। किसी भी काम में लड़कियां कम नहीं हैं।
ना मानने दें हार
बच्चों को बताएं कि यदि उन्हें जिंदगी में सफल होना है तो किसी भी मोड़ पर हार नहीं माननी । चाहे मुश्किल की घड़ी हो उन्हें अपना हौंसला बनाकर रखता है। कड़े प्रयासों के बाद उन्हें जीवन में सफलता जरुर मिलेगी।
विनम्रता सिखाएं
बच्चे अक्सर अपने पापा से बहुत ज्यादा डरते हैं। पापा की छवि बच्चों की नजर में एक गुस्सैल और रौबदार ही रहती है। ऐसे में आप बच्चों के साथ बात करते हुए अपनी टोन का ध्यान रखें। बच्चों के साथ बात करते हुए अपनी टोन हल्की ही रखें। बच्चों के साथ बात करते हुए विनम्र रहें इससे बच्चे आपके करीब आ सकेंगे।
खुलकर पूछें सवाल
कुछ बच्चे इंट्रोवर्ट होते हैं ऐसे में वह कोई भी बात अपने पिता के सामने नहीं कर पाते। पिता के साथ बात करने में भी बच्चे झिझकते हैं। इस तरह बच्चों की जिंदगी में परेशानियां कई बार और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। यदि आपका बच्चा भी ऐसा है तो उसे सिखाएं कि सवाल पूछना कभी भी गलत नहीं होता। बच्चों को भी माता-पिता से सवाल करने चाहिए ताकि वह अपने जीवन को बिना किसी परेशानी के जी सकें।