साल्मोनेला बैक्टीरिया के संपर्क में आने से व्यक्ति टाइफाइड बुखार का शिकार हो जाता हैं। इससे शरीर का तापमान बढ़कर 102 डिग्री तक पहुंच जाता है। इसके अलावा इम्यूनिटी लो होने के साथ खून की कमी व पाचन तंत्र कमजोर होने से डायरिया की परेशानी हो सकती है। ऐसे में समय रहते इसका इलाज करवाना बेहद जरूरी है। इसके अलावा एक्सपर्ट्स के अनुसार, जल्दी रिकवरी के लिए डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल करने की जरूरत होती है। तो चलिए है उन चीजों के बारे में बताते हैं...
लिक्विड डाइट
इस समय मरीज के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में उसे समय-समय पर तरल पदार्थ देते रहना चाहिए। नहीं तो डायरिया की परेशानी हो सकती है। ऐसे में इससे बचने के लिए 8-10 गिलास पानी का सेवन करें। इसके अलावा ताजे फलों का जूस, सूप या नारियल पानी का सेवन करना भी फायदेमंद रहेगा।
प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजें
इस परिस्थिति में कमजोरी आने के साथ वजन कम होने की परेशानी होती है। ऐसे में इससे बचने के लिए डाइट में प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजों को खाना फायदेमंद होता है। मगर इस बात का खास ध्यान रखें कि इसमें ऐसी चीजों को शामिल करें, जो खाने में जल्दी पच जाएं। ऐसे में उबला आलू, शकरकंद, चावल आदि का सेवन करना सही रहेगा। इसके अलावा सीमित मात्रा में एवोकाडो, ड्राई फ्रूट्स, खजूर और खुबानी भी खा सकते हैं।
मुनक्का
यूनानी औषधी के नाम से मशहूर मुनक्का टाइफाइट में खाना काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए 4-5 मुनक्का तवे पर थोड़ा भून लें। फिर इसे सेंधा नमक लगा कर खाएं। इससे बुखार कम होने में मदद मिलती है।
डेयरी प्रॉडक्ट्स
टाइफाइड के दौरान शरीर में कमजोरी व थकान रहती है। ऐसे में इसे दूर करने के लिए डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन करें। इससे शरीर में एनर्जी आने के साथ जल्दी रिकवरी होने में मदद मिलती है। इसमें दही व छाछ का सेवन करना फायदेमंद रहेगा।
हाई कैलोरी फूड
डाइट में हाई कैलोरी चीजों को शामिल करें। इससे शरीर में कमजोरी दूर होने के साथ सही वजन दिलाने व खून की कमी पूरी होने में मदद मिलेगी। ऐसे में शकरकंद, केला, पीनट बटर, चावल, ताजे फल व सब्जियों का सेवन करना सही रहेगा।