22 DECSUNDAY2024 10:01:15 PM
Nari

धूल और कीटाणु एलर्जी: गर्मियों में खतरे की घंटी? जानिए लक्षण और बचाव के उपाय

  • Edited By Manpreet Kaur,
  • Updated: 14 Jul, 2024 04:46 PM
धूल और कीटाणु एलर्जी: गर्मियों में खतरे की घंटी? जानिए लक्षण और बचाव के उपाय

नारी डेस्क: गर्मियों के मौसम में धूल और कीटाणु से होने वाली एलर्जी लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस मौसम में धूल और कीटाणु से एलर्जी हो जाती है जो बेहद परेशान करती है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं इसका कारण, लक्षण और उससे बचने के उपायों पर जानकारी दी गई है।

धूल और कीटाणु एलर्जी होने का कारण

धूल और कीटाणु एलर्जी का मुख्य कारण होते हैं व्यक्ति के श्वास मार्ग में प्रवेश करने वाले सूखे और भूमि पर उपस्थित कीटाणु। इन एलर्जी कारकों के संपर्क में आने पर शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली की अस्तबलता होती है जो एलर्जिक प्रतिक्रिया का कारण बनती है।

PunjabKesari

लक्षण

1. खांसी और सांस लेने में दिक्कत

धूल और कीटाणु से प्रकट होने वाले एलर्जिक प्रतिक्रियाओं के कारण व्यक्ति को खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।

2. नाक संबंधी समस्याएँ

एलर्जी के कारण नाक में खुजली, बहना या बंद हो जाना, सिनस की समस्याएँ आदि हो सकती हैं।

3. आँखों की समस्याएँ

एलर्जी से आँखों में खुजली, लालिमा, आँसूओं का उत्पादन या सूजन हो सकती है।

4. त्वचा की समस्याएँ

त्वचा पर एलर्जिक प्रतिक्रिया के कारण खुजली, चकत्ते, रैश या त्वचा की लालिमा हो सकती है।

PunjabKesari

5. अन्य संबंधित समस्याएँ

कुछ लोगों को यह एलर्जी सिर दर्द, थकान, श्वास लेने में मुश्किल, या छाती में दबाव की समस्या प्राप्त कर सकती है।

इन समस्याओं से बचने के लिए एलर्जी के कारणों का पता लगाना, उचित उपचार करवाना और अनुकूलन की आवश्यकता होती है। अगर ये समस्याएँ गंभीर होती हैं तो व्यक्ति को चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

रोकथाम

धूल और कीटाणु से बचाव के लिए निम्नलिखित उपायों का फॉलो करें:

- धूल और कीटाणु से संपर्क से बचने के लिए मास्क पहनें।
- घर की सफाई को नियमित रूप से करें और बंद खिड़कियों, एयर प्यूरिफायर और वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करें।
- बंद गोदाम को साफ और सूखे रखें, और पेट्रोल प्रदूषण से बचने के लिए कमी करें।

PunjabKesari

धूल और कीटाणु से होने वाली एलर्जी समस्याएँ गंभीर हो सकती हैं। इसलिए, इन समस्याओं का समय रहते निदान कराना और चिकित्सक की सलाह लेना अत्यंत आवश्यक होता है। अगर आपको ये समस्याएँ हो रही हैं, तो कृपया अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

Related News