दालचीनी को मसालों की रानी भी कहा जाता है क्योंकि यह खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ बीमारियों से भी बचाती है। दालचीनी के रोजाना सेवन से हम मोटापा, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, कैंसर और मासिक धर्म से जुड़ी कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स से बच सकते हैं। आज हम आपको दालचीनी से बनी हर्बल चाय की रेसिपी बताएंगे, जिससे इम्यून सिस्टम बूस्ट होगा और आप कई बीमारियों से भी बचे रहेंगे।
सामग्रीः
दालचीनी पाउडर - 1 टीस्पून
पानी - 1 कप
शहद
चाय बनाने की विधिः
1. दालचीनी का पाउडर या इसकी छाल लें।
2. एक कप पानी में 1 टीस्पून दालचीनी पाउडर या 1 छाल डालें।
3. पानी को 10-15 मिनट तक उबालें।
4. चाय उबल जाए तो इसमें शहद मिलाकर पीएं।
5. अगर आप आईस टी पीना चाहते हैं तो उसमें बर्फ के कुछ टुकड़े डाल लें।
कब पीएं?
चूंकि इसमें कैफीन नहीं होता तो आप दिन में किसी भी समय इसका सेवन कर सकते हैं। आप अपनी पसंद व स्वाद के हिसाब से गर्म और ठंडे दोनों ही रूप में इसका सेवन कर सकते हैं।
चलिए जानते हैं दालचीनी वाली चाय पीने के अन्य फायदे...
इम्यूनिटी बढ़ाए
दालचीनी चाय के नियमित सेवन से हम अपने शरीर की इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं और अपने शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार कर सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर दालचीनी चाय शरीर में होने वाली ऑक्सीडेशन प्रक्रिया को रोकने में मदद करती हैं, जो हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है।
वजन घटाने में मददगार
वजन घटाने के लिए दालचीनी की चाय किसी रामबाण से कम नहीं है। यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है। साथ ही इससे बॉडी मास इंडेक्स यानि बीएमआई में भी काफी सुधार होता है, जिससे आप आसानी से वजन घटा सकती हैं।
दिल को रखे स्वस्थ
इस हर्बल चाय से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम और गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है। ऐसे में रोजाना इसका सेवन दिल को स्वस्थ रखता है।
ब्लड प्रेशर व ब्लड शुगर
इससे मेटाबॉलिक सिंड्रोम की बीमारी दूर रहती है, जो ब्लड प्रेशर व शुगर के लिए जिम्मेदारी है। इसके नियमित सेवन से ब्लड शुगर व ब्लड प्रेशर लेवल नियंत्रित रहता है।
पीरियड्स प्रॉब्लम्स
इससे आपको पीरियड्स से जुड़ी प्रॉब्लम्स में राहत मिल सकती है। 1 कप इस चाय का सेवन पेट में ऐठन, दर्द, तनाव, सिरदर्द व बॉडी पेन को दूर करता है।
कैंसर से बचाव
इसका सेवन कैंसर, अल्जाइमर और एचआईवी जैसी खतरनाक बीमारियों के खतरे से भी बचाता है। साथ ही इससे स्किन एजिंग की समस्या में भी फायदा मिल सकता है।