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जन्माष्टमी पर एक बार कर लें ये उपाय, विवाह, संतान और धन हर बाधा हो जाएगी दूर

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 17 Aug, 2022 03:44 PM
जन्माष्टमी पर एक बार कर लें ये उपाय, विवाह, संतान और धन हर बाधा हो जाएगी दूर

भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन श्री कृष्ण का आशीर्वाद पाने के लिए उनकी प्रिय चीजें उन्हें अर्पित की जाती हैं। अगर आप भी जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण का आशीर्वाद पाना चाहते हैं और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा चाहते हैं, तो ये उपाय कर सकते हैं

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विवाह में आ रही बाधा दूर करने के उपाय 

-जिन लोगों के विवाह में बाधा आ रही है वह भगवान श्री कृष्ण को मोर पंख अर्पित करें। ऐसा करने से  जल्द विवाह के संजोग बनने लगेंगे।

-मनचाहा जीवनसाथी पाने और शीघ्र विवाह की कामना को पूरा करने के लिए भगवान कृष्ण को चंदन, इन्न और पिले पुष्पाें का माला चढायें।

-जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण जी को लाल गुलाल अर्पित करने और उनके चरणों से गुलाल लेकर अपने हाथों और माथे पर लगाने से भी मिलेगा लाभ 

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धन या बरकत के उपाय

-यदि आप आर्थिक परेशानियों से घिरे हुए हैं तो  जन्माष्टमी पर कान्हा जी का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें। मान्यता है कि ऐसा करने धन की देवी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

-जन्माष्टमी के दिन पीला अनाज दान करना भी शुभ माना जाता है, इससे माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। 

-जन्माष्टमी के दिन 11 गायों को तुलसी का पत्ता मिलाकर खीर खिलाने से भी धन में होगी  बढ़ोतरी। 

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संतान प्राप्ति के उपाय

-निसंतान दंपत्ति जन्माष्टमी के दिन घर पर गाय या बछड़े की मूर्ति लायें।  मान्यता है कि इससे संतान सुख प्राप्त होता है। साथ ही संतान पक्ष की परेशानियां दूर होती है।

-जन्माष्टमी को झूला लाकर उसमें कान्हा जी को झुलाये और अपनी समस्या कान्हा जी को बतायें।

-जन्माष्टमी के दिन कान्हा जी को माखन- मिश्री का भाेग लगाकर एक साल के छोटे बच्चे को अपने हाथों से खिलायें। 

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दो दिन मनाया जाएगा ये  त्योहार

हर साल की तरह इस साल भी ये त्योहार दो दिन मनाया जाएगा।  18 अगस्त 2022 गुरुवार की रात 09:21 से अष्टमी तिथि शुरू हो रही है जो 19 अगस्त 2022 शुक्रवार की रात 10.50 समाप्त होगी। धार्मिक मान्याओं के अनुसार बाल गोपाल का जन्म रात 12 बजे हुआ था लिहाजा रात्रि में कान्हा का जन्मोत्सव मनाने के लिए 18 अगस्त का दिन उत्तम है। 

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