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इम्यून सिस्टम के साथ मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त रखते हैं ये 2 योगासन

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 06 Aug, 2018 04:16 PM
इम्यून सिस्टम के साथ मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त रखते हैं ये 2 योगासन

पाचन क्रिया के लिए योग : पाचन क्रिया या मेटाबॉलिज्म खराब होने पर न तो खाना पचता है और न ही शरीर को भरपूर पोषण मिलता है। इसके अलावा डाइजेशन सिस्टम खराब होने पर खट्टी डकार, मतली आना, पेट दर्द या सूजन, अपच और पेट में गैस जैसी समस्याएं होने लगती हैं। वहीं, मेटाबॉलिज्म खराब या धीमा होने पर मोटापा, थकावट, डायबीटीज, पेट में गड़बड़ी, अधिक बीपी की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में आज हम आपको 2 ऐसे आसन बताएंगे, जोकि पाचन क्रिया के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म को भी दुरुस्त रखेंगे। रोजाना 10 मिनट निकालकर अगर आप ये 3 एक्सरसाइज कर लेंगे तो आपका पाचन और मेटाबॉलिज्म हमेशा अच्छा रहेगा और इससे आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा।

1. पवनमुक्तासन
इस योगासन को करने से शरीर की दूषित वायु बाहर निकल जाती हैं, जिससे पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म स्वस्थ रहते हैं। इस अलावा इस आसन को करने से पेट की बढ़ी हुई चर्बी, कमर दर्द, साइटिका, हृदय रोग, गठिया और तनाव की समस्या भी दूर होती है।

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ऐसे करें आसन
इस आसन को करने के लिए एक समतल जमीन पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। फिर लंबी सांस भरते हुए एक पैर को घुटने को मोड़ें। अब दोनों हाथों की उंगुलियों को मिलाकर मोड़े हुए घुटनों को पकड़कर पेट के साथ लगा दें। फिर सिर को ऊपर उठाकर मोड़ते हुए घुटनों पर नाक लगाएं और दूसरा पैर जमीन पर सीधा रखें। अब दूसरे पैर के साथ भी ऐसे ही करें। कुछ देर इस स्थिति में रहने के बाद सामान्य पोजिशन में आ जाएं।
 

2. सेतुबंधासन
पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखने के साथ इस आसन को करने से आपको मानसिक शांति भी मिलती है। इसके अलावा यह योग ब्लड प्रैशर, थायराइड, तनाव और स्लिप डिस्क जैसी प्रॉब्लम्स को भी दूर करता है। इसे करने से पेट के सभी अंग जैसे लीवर, पेनक्रियाज और आंतों में खिंचाव महसूस होती है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है।

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ऐसे करें आसन
सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों पैरों को कूल्हे की तरफ खींचें। अब दोनों पैरों में थोड़ा अंतर रखकर हाथों-पैरों के टखनों को पकड़ लीजिए। इस बात का ख्याल रखें कि आपके पैर एक-दूसरे के समानांतर न हों। अब अपनी पीठ, कूल्हे और जांघों के साथ ऊपर की ओर उठने की कोशिश करें। कमर को ज्यादा से ज्यादा ऊपर उठा लें और सिर व कंधे जमीन पर ही रहने दें। ध्यान रखें कि आपकी ठुड्डी आपकी छाती से टच करती हो। इसके बाद सामान्य सांस ले और कुछ देर रूके। सामान्य स्थिति में आने से पहले अपनी पीठ को जमीन पर लाएं, फिर कमर का ऊपरी हिस्सा और आखिर में कमर जमीन पर ले आएं।

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