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सेहत को खराब करते हैं ये अनहैल्दी फूड्स, समय रहते इन चीजों से करें रिप्लेस

  • Edited By neetu,
  • Updated: 12 Feb, 2021 12:38 PM
सेहत को खराब करते हैं ये अनहैल्दी फूड्स, समय रहते इन चीजों से करें रिप्लेस

खाने के मामले में हर किसी को सबसे ज्यादा जंक व अनहैल्दी फूड पसंद आता है। इसी कारण सुपर मार्किट जाने पर ज्यादातर लोग अपने कार्ट में अनहैल्दी चीजों को शामिल कर लेते हैं। भले ही इसका स्वाद अच्छा हो मगर ये चीजें सेहत को नुकसान पहुंचाने बीमारियों को न्योता देने का काम करते हैं। इससे वजन बढ़ने के साथ डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि समस्या होने का कारण बनती है। ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से परेशान है तो आज हमको कुछ खास टिप्स बताते हैं। इनकी मदद से आप आसानी से अनहैल्दी फूड को र‍िप्‍लेस कर सकते हैं। 

सफेद आटे को बदलें होल व्‍हीट आटा से 

अक्सर हर किसी के घर में रोटियां बनाने के लिए सफेद आटे का इस्तेमाल होता है। मगर इससे बनाते समय इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा कम हो जाती है।  ऐसे में एक्सपर्ट्स से अनुसार, इसकी जगह पर होल व्‍हीट आटे का सेवन करना फायदेमंद होता है। इसमें नेचुरल फाइबर होने से शुगर व ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। ऐसे में दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम रहता है। साथ ही वजन बढ़ने की परेशानी से भी राहत रहती है। इसके अलावा सफेद आटे की तुलना में होल व्‍हीट आटा में व‍िटाम‍िन बी 1, बी 3, बी 5, फोलेट, आयरन, कैल्‍श‍ियम, प्रोटीन आदि तत्व अधिक होते हैं। 

चीनी की जगह गुड़ 

चीनी के सेवन से वजन बढ़ने के साथ डायबिटीज होने का खतरा रहता है। ऐसे में आप इसकी जगह पर अपनी डाइट में गुड़ को यूज कर सकती है। इसे गन्ने के रस को उबाल कर बनाया जाता है। ऐसे में इसमें विटामिन, आयरन, फाइबर, एंटी-बैक्टीरियल आदि गुण बरकरार रहते हैं। वहीं चीनी को तैयार करने के लिए सिरप को चारकोल में मिलाकर कंडेन्स करके शुगर बनती है। इससे उसमें मौजूद सभी पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। 

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खाना बनाने में एक्‍स्‍ट्रा वर्जि‍न ऑल‍िव ऑयल चुनें

अगर आप भी खाना बनाने के लिए किसी भी ऑयल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो अपनी इस आदत को जल्दी ही बदल लें। इसके लिए एक्‍स्‍ट्रा वर्जि‍न ऑल‍िव ऑयल चुनना बेस्ट ऑप्शन है। इसमें विटामिन, कैल्शियम, आयरन, फाइबर, एंटी-बैक्टीरियल आदि गुण होते हैं। ऐसे में इस तेल से तैयार भोजन का सेवन करने से डायबिटीज व ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। शरीर में मौजूद बेड कोलेस्‍ट्रॉल कम होकर गुड़ कोलेस्‍ट्रॉल बढ़ने में मदद मिलती है। साथ ही सूजन की परेशानी से राहत रहती है। आप जैतून तेल का खाना बनाने व सलाद में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। 

सॉफ्ट ड्र‍िंक की जगह चुनें नैचुरल या एनर्जी ड्रिंक 

अक्सर सुपरमार्किट में ऑफर होने के चलते लोग सॉफ्ट ड्रिंक्स खरीद लेते हैं। मगर इसमें भारी मात्रा में चीनी व अनहैल्दी तत्व होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से वजन बढ़ने के साथ शरीर से जुड़ी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इसकी जगह पर नैचुरल या एनर्जी ड्रिंक चुनना बेस्ट ऑप्शन है। इसमें चीनी कम या ना होने से दिनभर एनर्जी मिलने के साथ बीमारियों से बचाव रहेगा। इसके अलावा मार्किट में बहुत से एनर्जी पाउडर भी मिलते हैं। आप चाहे तो उसे भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। मगर इनका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से पूछना ना भूलें। 

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रेगुलर मक्‍खन की जगह पीनट बटर

सुबह नाश्ते में बहुत से लोग ब्रेड-बटर खाना पसंद करते हैं। मगर रेगुलर बटर में मौजूद तत्व व प्रोटीन की कमी सेहत को खराब करने का काम करते हैं। इसके अलावा इससे वजन बढ़ने की परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप फिट एंड फाइन रहना चाहते हैं तो इसकी जगह पर पीनट बटर को यूज करें। बात इसमें मौजूद प्रोटीन की करें तो व्हाइट बटर के 100 ग्राम पैक में यह सिर्फ 1 ग्राम होता है, जबकि पीनट बटर के यह 25 ग्राम पाया जाता है। इसके अलावा पीनट बटर में कैल्शियम, विटामिन, ओमेगा 3 फैटी एसिड व अन्य जरूरी पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से हड्डियां में मजबूती आती है। इम्यूनिटी बूस्ट होने के साथ दिल और दिमाग स्वस्थ रहता है। 

फ्लेवर्ड म‍िल्‍क की जगह प‍िएं सोया मिल्‍क

सुपरमार्किट में बहुत से पैक्ड फ्लेवर्ड म‍िल्‍क होते हैं। मगर ये सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं माने जाते हैं। ऐसे में अगर आप या आपके बच्चों को फ्लेवर्ड म‍िल्‍क पसंद है तो आप इसको सोया मिल्क से बदल लें। सोया से तैयार यह दूध पीने में टेस्टी होने के साथ सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करता है। असल में, फ्लेवर्ड म‍िल्‍क में अधिक मात्रा में चीनी व एसेंस का इस्तेमाल होता है। वहीं सोया मिल्क नेचुरल प्रोसेस से तैयार किया जाता है। इसमें अन्य जरूरी तत्व के साथ अधिक मात्रा में प्रोटीन होता है। ऐसे में यह मांसपेशियों व हड्डियों में मजबूती लाने के साथ वजन कंट्रोल करने में मदद करता है। 

सफेद अंडों नहीं खाएं ब्राउन एग्‍स 

आजकल आपको मार्किट में सफेद और ब्राउल 2 रंगों के अंडे देखने को मिल रहे होंगे। वैसे तो लोग ज्यादा से ज्यादा सफेद अंडों का सेवन करते हैं। इसकी पीछे का कारण है कि लोग ब्राउन एग को किसी और जानवर का मानते हैं। मगर ऐसा गलत है। असल में, यह भी चिकन से ही मिलते है। साथ ही इन अंडों में सफेद अडों के मुकाबले ज्यादा ओमेहा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। भले ही यह सफेद अंडों की तुलना में थोडे़ महंगे होते हैं। मगर ये ज्यादा हैल्दी व टेस्टी होते हैं।

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इसतरह आप आसानी से अपने अनहैल्दी चीजों को हैल्दी के साथ बदल सकते हैं। इससे आपकी सेहत सही रहने के साथ टेस्ट भी बरकरार रहेगा। ऐसे में अब जब भी शॉपिंग जाएं तो इन्हीं हैल्दी चीजों को खरीदें। 


 

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