22 NOVFRIDAY2024 6:33:06 PM
Nari

शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद होता है भूत- प्रेतों का अंश ! भूलकर भी ना करें इसका सेवन

  • Edited By Charanjeet Kaur,
  • Updated: 28 May, 2023 06:24 PM
शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद होता है भूत- प्रेतों का अंश ! भूलकर भी ना करें इसका सेवन

मंदिर में भगवान की पूजा के बाद लोग प्रसाद चढ़ाते हैं औप पंडित जी इसी प्रसाद को लोगों में बांट देते हैं। उस प्रसाद को लोग भगवान का आशीर्वाद समझ कर खा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवलिंग पर चढ़ा  हुआ प्रसाद ग्रहण करना नहीं चाहिए। इसके पीछे पौराणिक मान्यता है कि भगवान शिव का मुख से चण्डेश्वर नामक गण प्रकट हुआ था। चण्डेश्वर भूत-प्रेतों का प्रधान है। कहते हैं कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद चण्डेश्वर का भाग होता है। चण्डेश्वर का अंश यानी शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद ग्रहण करना भूत- प्रेतों का अंश ग्रहण करने के बराबर माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद ग्रहण नहीं करना चाहिए।

PunjabKesari

शिव जी का प्रसाद करता है सभी पापों का नाश

शिव पुराण में कहा गया है कि भगवान शिव का प्रसाद सभी तरह के पापों का नाश करता है। शिव जी के प्रसाद के दर्शन भर मात्र से ही बहुत सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। फिर तो प्रसाद खाने से पुण्य का अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है।

PunjabKesari

किस शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद ग्रहण करना निषेध होता है

आपको बता दें की सारे शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद चण्डेश्वर का भाग नहीं होता। जिस शिवलिंग का निर्माण साधारण, पत्थर, मिट्टी और चीनी मिट्टी से होता है, उस शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद खाना निषेध होता है। इन शिवलिंगों पर चढ़ा प्रसाद किसी नदी या जलाशय में प्रवाह कर देना चाहिए।

PunjabKesari

ऐसे शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद खा सकते हैं

किसी भी धातु से बनी हुई शिवलिंग या फिर पारद के शिवलिंग पर चढ़े हुए प्रसाद को चण्डेश्वर का अंश नहीं माना जाता। यह महादेव का भाग होता है। इसलिए इन पर चढ़े हुए प्रसाद को ग्रहण करने से दोष नहीं लगता। शिवलिंग के साथ शालिग्राम होने पर भी दोष समाप्त हो जाता है। 

Related News