नारी डेस्क: आज देशभर में धनतेरस का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास दिन देवी लक्ष्मी, कुबेर देवता और धन्वंतरि भगवान की पूजा के साथ-साथ मां लक्ष्मी को समर्पित धनतेरस की कथा सुनना और पढ़ना बेहद शुभ माना जाता है। आइए, जानते हैं धनतेरस से जुड़ी पौराणिक कथा के बारे में।
धनतेरस का महत्व
धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष, यह पर्व 29 अक्टूबर 2024 को है। इस दिन लोग सोने-चांदी के आभूषण, बर्तन और कपड़े खरीदते हैं। इसके साथ ही, माता लक्ष्मी की पूजा करना और उनकी कथा का पाठ करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
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मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाली कथा
कथा के अनुसार, एक बार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी पृथ्वी लोक पर भ्रमण के लिए आए। इस दौरान, भगवान विष्णु को कुछ कार्य याद आ गए और वह दक्षिण दिशा की ओर चले गए। माता लक्ष्मी, विष्णु जी का इंतजार करती रहीं, लेकिन जब वह काफी समय तक नहीं आए, तो उन्होंने भी उनकी दिशा में चलने का निर्णय लिया। चलते-चलते माता लक्ष्मी को एक गन्ने का खेत दिखाई दिया। भूख के मारे उन्होंने गन्ना तोड़ा और उसे खाने लगीं। इस पर भगवान विष्णु क्रोधित हो गए और मां लक्ष्मी को श्राप दिया कि उन्हें उस किसान की 12 साल तक सेवा करनी होगी, जिसका गन्ना उन्होंने खाया था।
12 वर्षों की सेवा
माता लक्ष्मी ने 12 वर्षों तक उस किसान की सेवा की। जब 12 साल बाद विष्णु जी लक्ष्मी जी को लेने आए, तो उन्होंने किसान को दरवाजे पर रोक लिया। भगवान विष्णु ने किसान को गंगा स्नान करने और कौड़ियां गंगा में अर्पित करने का उपाय बताया। जब किसान यह करने के लिए जा रहा था, तो उन्हें मां गंगा मिलीं, जिन्होंने बताया कि उनके घर में मां लक्ष्मी रह रही थीं।
किसान ने वापस जाकर विष्णु जी और लक्ष्मी जी से जाने के लिए मना किया। देवी-देवताओं ने किसान को श्राप के बारे में बताया और कहा कि यदि वह चाहते हैं कि लक्ष्मी जी हमेशा उनके घर में रहें, तो उन्हें धनतेरस पर पूजा और व्रत करना होगा। किसान ने हर साल पूरी निष्ठा से धनतेरस का व्रत किया और लक्ष्मी जी की पूजा की। इसके फलस्वरूप, उसे कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ा।
कथा का महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो लोग सच्चे मन से हर साल धनतेरस पर इस कथा का पाठ करते हैं, उन्हें जीवन में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती। इसके साथ ही, उनके घर में सुख-शांति का वास रहता है।
नोट : यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है। इस धनतेरस पर, मां लक्ष्मी की कृपा से आप भी अपने जीवन में समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति कर सकते हैं!