महाराष्ट्र के नासिक शहर के 46 वर्षीय दंत चिकित्सक महेंद्र महाजन ने लद्दाख के लेह से हिमाचल प्रदेश के मनाली तक 430 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी की। हिमालय के लद्दाख और लाहौल स्पीति जैसे क्षेत्रों में स्थित पहाड़ी दर्रों से होते हुए महाजन ने यह यात्रा पूरी की जिसे वह सबसे कम समय में की गई यात्रा के कीर्तिमान के तौर पर गिनीज बुक में दर्ज करवाना चाहते हैं।
महाजन ने मनाली से फोन पर दिए इंटरव्यू में कहा- “मैंने हर दिन 18 घंटे चलते, जॉगिंग करते या दौड़ते हुए बिताए और इस तरह प्रतिदिन 96 किलोमीटर की दूरी तय की।” कार में तीन लोगों के दल के साथ महाजन ने स्थानीय फल, नमकीन सूखे मेवे, पोषक पूरक आहार और स्थानीय भोजन लिया। उन्होंने यात्रा शुरू करने से पहले, दस हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित लेह में अपने शरीर को चार-पांच दिन तक अभ्यस्त किया और इसके बाद वह लगभग 17,600 फुट ऊंचाई पर तंगलंगला दर्रे पर पहुंचे।
महाजन ने बताया- “मैंने दर्रे से बिल्कुल नीचे शिविर लगाने की रणनीति अपनाई और दिन की शुरुआत में चढ़ाई की। चार दिन, 21 घंटे और 18 मिनट के दौरान सड़क की यात्रा में मौसम कई बार बदला। लेह में दिन के समय बहुत गर्मी होने के कारण उन्हें भीगा तौलिया इस्तेमाल करने पर मजबूर होना पड़ा ”।
इसके बाद अगली दोपहर को बारिश और पांग से पहले मोर्ले प्लेन्स पर ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ा। महाजन अपने बड़े भाई हितेंद्र के साथ ‘रेस एक्रॉस अमेरिका’ प्रतियोगिता में अपनी श्रेणी का पुरस्कार जीत चुके हैं। वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक सबसे तेज गति से साइकिल चलाने का कीर्तिमान बना चुके हैं और माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई भी कर चुके हैं।